Betul News – बैतूल – शारदेय नवरात्र के पावन पर्व के अवसर पर काशीतालाब के समीप सदर, बैतूल में स्थित छिन्नमस्तिका माता मंदिर में प्रतिदिन पूजन किया जा रहा है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। पंडित आनंद अग्रवाल ने बताया कि सोमवार 23 अक्टूबर को नवमी पर हवन पूजन के उपरांत भण्डारा प्रसादी का कार्यक्रम होगा।
श्री सिद्ध दसमहाविद्या श्री श्री छिन्नमस्तिका मातेश्वरी पंजीकृत ट्रस्ट के अध्यक्ष नवनीत गर्ग ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी नवरात्र के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हो रहे हैं।
- ये खबर भी पढ़िए : – Jugaad Wali Bike – बाइक के अगले हिस्से में फिट कर दिया ट्रैक्टर का टायर
गौरतलब है कि देश में छिन्नमस्तिका मातेश्वरी मूर्ति के रूप में सबसे पहले झारखण्ड राज्य की राजधानी रांची से लगभग 80 किमी. दूर रामगढ़ जिले में रजरप्पा में स्थापित हुई थीं। जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के बैतूल जिला मुख्यालय पर छिन्नमस्तिका मातेश्वरी मूर्ति के रूप में यह दूसरा मंदिर है।
मंदिर व्यवस्था में शामिल जित्तू साहू ने बताया कि मंदिर में पूरे विधि विधान से ज्योत, ज्वारे एवं सभी पीठों की स्थापना की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि हजारों साल पहले राक्षसों एवं दैत्यों से मानव और देवता आंतकित थे तब माता पार्वती(शक्ति) का छिन्नमस्तिका के रूप में अवतरण हुआ था। माता का दूसरा नाम प्रचंड चंडिका भी है। ट्रस्ट के सचिव निखिल अग्रवाल ने बताया कि मंदिर की व्यवस्था एवं पूजन पाठ में शहर के धर्मावंलबियों का सहयोग मिल रहा है।