एक पखवाड़े से प्राथमिक शाला में बंद है मध्यान्ह भोजन, खराब बर्ताव से दिनों दिन कम हो रही बच्चों की संख्या
Betul News – बैतूल – एक ओर सरकार बच्चों को शिक्षा की उजियाली रोशनी से रोशन करने के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाते हुए गांव-गांव में ना सिर्फ स्कूल खोल रही है बल्कि इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन, ड्रेस, साइकिल, किताबों सहित अन्य सामग्री भी प्रदान की जा रही है ताकि देश का भविष्य उज्जवल बन सके।
लेकिन इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्राथमिक शाला करजगांव में एक पखवाड़े से बच्चों को दो जून का सरकारी निवाला तक नसीब नहीं हो पा रहा है। इस मामले की जानकारी मिलने पर ग्राम की सरपंच ने पंचनामा बनाकर आला अधिकारियों को इसकी शिकायत की है।
15 दिनों से नहीं बना एमडीएम | Betul News
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राथमिक शाला करजगांव में मात्र 7 बच्चे हैं। इन बच्चों को पढ़ाने के लिए दो शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। लेकिन इन बच्चों को एक पखवाड़े से मध्यान्ह भोजन नहीं दिया जा रहा है।
इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि स्कूल में मध्यान्ह भोजन सिर्फ इसलिए नहीं बनाया जा रहा है क्योंकि गैस सिलेंडर ही स्कूल में नहीं है। ग्राम पंचायत खड़ला की प्राथमिक शाला करजगांव में यह हाल है तो सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि सुदूर अंचलों के स्कूलों के क्या हालात होंगे?
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सरपंच ने पंचनामा बनाकर की शिकायत
इस मामले की जानकारी मिलने पर ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती मीनाक्षी ठाकरे, शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामकिशोर देशमुख ने पंचनामा बनाते हुए एमडीएम का संचालन कर रही शिक्षिका की शिकायत विभाग के आला अधिकारियों को की है। शालाप प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामकिशोर देशमुख ने बताया कि उन्होंने पहले भी शिकायत की थी लेकिन कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई है।
यह लगाए आरोप | Betul News
शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने शिक्षिका प्रधान पाठक प्रेमलता लोखंडे पर आरोप लगाए हैं कि उनका बर्ताव अच्छा नहीं रहता है। वह किसी से भी शालीनतापूर्वक बात नहीं करती हैं। उन्होंने बताया कि पहले शाला में 22 छात्रों की उपस्थिति थी लेकिन स्कूल में अनुकूल वातावरण नहीं होने के कारण पढ़ाई का स्तर दिनों दिन गिरता गया और अंतत: पालकों ने अधिकांशत: बच्चे स्कूल से निकालकर दूसरे स्कूल में प्रवेश दिला दिया।
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राशि की नहीं है कमी
इस मामले में जनशिक्षा केंद्र भडूस के सीएससी डीडी धोटे ने बताया कि उनके द्वारा लगातार प्राथमिक शाला का निरीक्षण किया जाता रहा है। उन्होंने बताया कि उन्हें भी यह शिकायत मिली थी कि स्कूल में बच्चों को 15 दिनों से मध्यान्ह भोजन नहंी मिल पा रहा है। उन्होंने शिकायत को सही बताते हुए खाना बनाने वाली रसोया से पूछताछ की तो उन्होंने गैस टंकी नहीं होने का हवाला दिया। श्री धोटे ने कहा कि राशि की विभाग के पास कोई कमी नहीं है। इस मामले में ग्रामीणों ने कलेक्टर से कार्यवाही की मांग की है।
इनका कहना…
मेरे संज्ञान में मामला आया है। जांच करवाकर प्रतिवेदन आने पर उचित कार्यवाही की जाएगी।