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बैतूल: जयस संगठन भैंसदेही को मिला नया नेतृत्व, अविनाश कासदे बने अध्यक्ष, मोहन वर्टी कार्यवाहक

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बैतूल: जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन की बैठक बुधवार 16 अप्रैल को दोपहर 12 बजे आदिवासी मंगल भवन भैंसदेही में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता धीरज उइके ने की, वहीं जयस संगठन के प्रभारी सोनू पानसे विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं और संगठन के सदस्यों ने भाग लिया।
सर्वसम्मति से संगठन के नए पदाधिकारियों का चयन किया गया, जिसमें अविनाश कासदे को जयस संगठन भैंसदेही ब्लॉक का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। मोहन वर्टी को कार्यवाहक अध्यक्ष तथा कृष्णा बारस्कर को सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई।
बैठक में समाज में फैल रही कुरीतियों, खासकर अवैध अंग्रेजी शराब की बिक्री को लेकर गंभीर चर्चा हुई। प्रभारी सोनू पानसे ने कहा कि गांवों में भोलेभाले आदिवासियों पर शराब ठेकेदार और आबकारी विभाग के अधिकारी दबाव बनाकर अंग्रेजी शराब बेचवाने का कार्य करवा रहे हैं। वहीं, जब आदिवासी ऐसा करने से इनकार करते हैं, तो उन्हें डराया-धमकाया जाता है कि यदि शराब नहीं बेची गई तो जेल भेज दिया जाएगा। इसके बाद पुलिस द्वारा खानापूर्ति करते हुए उन्हीं आदिवासियों पर कार्यवाही की जाती है।
1. डीजे बजाने की प्रवृत्ति पर लगे रोक
सोनू पानसे ने संगठन को वीडियो के माध्यम से अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ प्रशासन तक पहुंच बनाने की सलाह दी, ताकि ठोस कार्यवाही हो सके। नवनियुक्त ब्लॉक अध्यक्ष अविनाश कासदे ने कहा कि आदिवासी समाज की संस्कृति और परंपराओं को बचाने के लिए सभी समाजिक संगठनों को एक साथ आना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांवों में होने वाले आयोजनों में डीजे बजाने की प्रवृत्ति पर रोक लगनी चाहिए और इस पर जुर्माना लगाकर समाज में अनुशासन कायम करना होगा।
कार्यवाहक अध्यक्ष मोहन वर्टी ने कहा कि आज के समय में आदिवासी समाज की शादियों में अनावश्यक खर्च और दिखावे की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, जो समाज के रीति-रिवाजों और संस्कृति को कमजोर कर रही है। यह हमारे समाज को गर्त की ओर ले जा रहा है।
2. कुरीतियों को मुक्त करने का लिया संकल्प
बैठक के अध्यक्ष धीरज उइके ने कहा कि वर्तमान में आदिवासी समाज में शादी-ब्याह के अवसरों पर डीजे, शराब और अनावश्यक खर्चों की होड़ लगी हुई है। इससे गरीब आदिवासी आर्थिक रूप से टूट रहे हैं। दिखावे की इस प्रवृत्ति पर रोक लगाना जरूरी है।
इस अवसर पर राजेंद्र बारस्कर, संजय पानसे, विकास सलामे, शुभम बारस्कर, संतुलाल उइके, लखन उइके, ईश्वर चिल्हाटे, कृष्णा बारस्कर सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता एवं संगठन के सदस्य मौजूद रहे। बैठक में सभी ने मिलकर समाज को दिशा देने और कुरीतियों से मुक्त करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करने का संकल्प लिया।

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