बैतूल: विश्व मलेरिया दिवस पर एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चौथे दिन विरोध का तरीका बेहद अलग और प्रभावशाली रहा। संविदा कर्मचारियों ने बायकाट संविदा, बायकॉट मलेरिया जैसे नारों के साथ एनएचएम की प्रबंध संचालक (एमडी) द्वारा संविदा कर्मचारियों के खिलाफ जारी किए गए आदेश की होली जलाई। यह विरोध प्रदेशव्यापी कार्यकारिणी के आह्वान पर किया गया।
1. संविदा कर्मचारियों का आरोप है कि एनएचएम की एमडी द्वारा राज्य के सभी कलेक्टरों को पत्र भेजकर हड़ताली संविदा कर्मचारियों पर कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं, जो पूरी तरह दमनकारी है और यह उनके अधिकारों का हनन है। इसी के विरोध में जिले भर के संविदा कर्मचारियों ने एकजुट होकर इस आदेश की प्रतिलिपि की होली जलाई।
2. विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर धरना स्थल पर संविदा और मलेरिया सबकी चिंता, उन्मूलन सबकी जिम्मेदारी जैसे नारों से प्रदर्शन को स्वर मिला। इस मौके पर आईईसी गतिविधियों के तहत मच्छरदानी प्रदर्शन कर कर्मचारियों ने यह संदेश दिया कि जिस मेहनत और लगन से उन्होंने मलेरिया जैसी बीमारी पर काबू पाया, उसी प्रतिबद्धता से वे अब संविदा प्रथा को समाप्त करने के लिए संकल्पबद्ध हैं।
3. मलेरिया कार्यक्रम से जुड़े संविदा कर्मचारी बी.आर. पवार, पंकज डोंगरे, राजेश यादव, सुबोध गढ़वाल, गनपत झोड़, योगेश सूर्यवंशी तथा निष्कासित एमपीडब्ल्यू आशीष माकोड़े सहित सभी संविदा कर्मचारी इस प्रदर्शन में शामिल रहे। सभी ने एक सुर में कहा कि वर्षों की मेहनत और समर्पण के बाद भी उन्हें स्थायीत्व और सम्मान नहीं मिल रहा है।
4. जिला कार्यकारिणी से विनोद शाक्य, डॉ गोविंद साहू, एकनाथ ठाकुर और दीपक झरिया ने बताया कि एमडी एनएचएम द्वारा कलेक्टरों को संविदा कर्मचारियों पर कार्यवाही हेतु पत्र जारी करवाना बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि संविदा कर्मचारी अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए पूरी ताकत के साथ मैदान में डटे रहेंगे और यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता।
बैतूल: संविदा कर्मचारियों ने एमडी एनएचएम के आदेश की जलाई होली, बायकाट संविदा-बायकॉट मलेरिया के नारों के साथ संविदा कर्मियों ने जताया आक्रोश

For Feedback - feedback@example.com