iPhone हो या iPad! Apple के हर प्रोडक्ट्स के आगे क्यों लगा होता है “i”? जाने इसके पीछे का रहस्य

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iPhone हो या iPad! Apple के हर प्रोडक्ट्स के आगे क्यों लगा होता है “i”? जाने इसके पीछे का रहस्य, आप भी यही सोच रहे होंगे कि आखिर Apple ने अपने डिवाइसों के नामकरण से पहले सोचा क्यों नहीं होगा? दरअसल, ये तो कोई खाने वाला सेब नहीं है जिसे धोकर, काटकर चट कर लिया जाए. हर डिवाइस की अपनी पहचान होती है और उसका एक खास नाम भी. मसलन, iPhone, iPad, iPod, iMac, iTunes वगैरह. लेकिन Apple के प्रोडक्ट्स में ये “i” कहां से आया? इसका कोई मतलब है या फिर यूं ही रख दिया गया?

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किसी भी प्रोडक्ट के लिए नामकरण सबसे अहम प्रक्रिया होती है. ये कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कंपनियां इसके लिए विशेषज्ञों की पूरी टीम लगा देती हैं. दिमाग लगाने के बाद ही किसी नाम को अंतिम रूप दिया जाता है. नाम तय हो जाने के बाद लॉन्च से पहले उसे छुपा कर रखना भी अपने आप में एक चुनौती होती है. इसके लिए कंपनियां कोड नेम का सहारा लेती हैं. ये एक तरह का उपनाम होता है, जो असली नाम को छुपाकर रखता है. इस तरह नामकरण एक सामान्य सी लगने वाली प्रक्रिया जरूर है, लेकिन ये काफी जटिल और आवश्यक भी है. ऐसे में ये कैसे हो सकता है कि…

Apple ने अपने डिवाइसों के नामकरण से पहले ना सोचा हो? ये तो कोई खाने वाला सेब नहीं है. तो चलिए, आज हम जानते हैं कि आखिर Apple के प्रोडक्ट्स में ये “i” कहां से आया और इसका क्या मतलब है.

दो कहानियां, एक ही “i”

पहली कहानी: “इंटरनेट, इंडिविजुअल, इंस्ट्रक्ट, इनफॉर्म और इंस्पायर”

यह कहानी खुद Apple के संस्थापक स्टीव जॉब्स ने साल 1998 में iMac की लॉन्चिंग के वक्त बताई थी. उन्होंने ये तो नहीं बताया कि “i” का मतलब यही है या वो, लेकिन जानकारी के मुताबिक, डिवाइस के फीचर्स बताते वक्त वो “i” शब्द पर काफी जोर दे रहे थे और उन्होंने अपनी प्रजेंटेशन में ये सभी शब्द इस्तेमाल किए थे. यही नहीं, उन्होंने “i” को एक सर्वनाम के तौर पर भी इस्तेमाल किया था.

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कंपनी के मूल्यों और सिद्धांतों के बारे में बताते समय भी स्टीव ने “इंस्ट्रक्शन (instruction)” शब्द का प्रयोग किया था. इसलिए माना जाने लगा कि Apple के प्रोडक्ट्स में “i” यहीं से आया है. ये कहानी इसलिए भी मजबूत हो गई क्योंकि इससे पहले कंपनी के प्रोडक्ट्स में सिर्फ Apple नाम ही इस्तेमाल होता था. जैसे साल 1976 में आया पहला Apple I या 1983 में आया Apple Lisa. iMac के आने से चार साल पहले आया प्रोडक्ट का नाम भी Apple QuickTake 100 था. साल 1998 से पहले कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ना काफी मुश्किल था, लेकिन iMac ने इसे आसान बना दिया.

दूसरी कहानी: “इमेजिनरी यूनिट”

गणित में इस्तेमाल होने वाले जटिल फॉर्मूले के लिए “इमेजिनरी यूनिट” शब्द का इस्तेमाल होता है. Apple के यूजर्स के बीच में “i” का यही मतलब माना जाता है. अगर गणित को आसान भाषा में समझाएं, तो مثلاً (Masalan) फॉर्मूला z = x+iy एक कॉम्प्लेक्स नंबर है, जो एक रियल पार्ट x और एक इमेजिनरी पार्ट y से मिलकर बना होता है. यूजर्स को लगता है कि स्टीव किसी भी प्रोडक्ट को बनाने से पहले काफी जटिल प्रक्रिया अपनाते थे और अपने दिमाग में उस प्रोडक्ट का खाका खींचते थे. इसलिए “इमेजिनरी यूनिट”. लेकिन इसके पक्ष में कोई और ज्यादा जानकारी नहीं मिली, इसलिए iMac वाला “i” ही ज्यादा सही लगता है.

चाहे जो भी हो “i” का मतलब