आमला:- देश के प्रधानमंत्री द्वारा चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान को साकार करने के लिए भले ही एनडीए सरकार द्वारा प्रति वर्ष करोड़ों रुपए खर्च कर लोगों को जागरूक करने का कार्य युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है, लेकिन आमला के जनपद पंचायत कार्यालय में गंदगी की तस्वीरें सामने आई हैं। भवन के आसपास में इतनी गंदगी है कि कीड़े पड़ रहे हैं और दुर्गंध से लोगों का खड़ा होना मुश्किल हो रहा है। जनपद कार्यालय खुद गंदगी से ग्रस्त बनी हुई है, जबकि हर मीटिंग और कार्यक्रमों में क्षेत्र की जनता को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जाता है।
शौचालयों की बदहाली:-
जनपद में बने शौचालयों की हालत बद से बदतर बनी हुई है और स्वच्छ भारत अभियान को जनपद के जिम्मेदारों द्वारा सिर्फ कागजों तक ही सीमित रखा गया है। शौचालयों में महीनों से साफ-सफाई नहीं होने से शौचालय में पड़े मलमूत्र में कीड़े पड़ गए हैं और संक्रमण की बीमारियां होने का खतरा बना हुआ है। इससे जनपद कार्यालय में आने वाले लोगों को परेशानी हो रही है।
जिम्मेदारों की बेपरवाही:-
आमला में ध्वस्त होती अफसरशाही के आगे स्वच्छता अभियान बेमतलब साबित हो रही है। ज्यादातर अधिकारी जमीन पर सफाई से ज्यादा स्वच्छता के नाम पर फोटो खिंचवाकर सिर्फ कागजी कार्रवाई पर विश्वास करते हैं। इससे स्वच्छ भारत अभियान का सपना साकार होना संभव नहीं दिखाई दे रहा है। जब अधिकारी ही बेपरवाह हों तो कैसे सुधरेंगे हालात।
कार्रवाई की मांग:-
जनपद कार्यालय की गंदगी और शौचालयों की बदहाली के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी समझकर एक साथ आगे आना होगा। तभी स्वच्छ भारत अभियान का सपना साकार हो सकता है। जनपद कार्यालय को स्वच्छ बनाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।
इनका कहना है।
जनपद कार्यालय के आस पास एव भवन की साफ सफाई कराई जा रही है। स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए गए है।
संजीत श्रीवास्तव सीईओ आमला