गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बिहार के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर विपक्ष के आरोपों पर जोरदार जवाब दिया है। न्यूज़18 इंडिया के कार्यक्रम “सबसे बड़ा दंगल बिहार” में नेटवर्क18 के एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी से खास बातचीत में अमित शाह ने कहा कि जिन लोगों के नाम SIR में हटाए गए, वे भारतीय नागरिक नहीं थे। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि एक भी घुसपैठिया देश में न रहे।
“घुसपैठियों को बचाने के लिए राहुल गांधी की यात्रा”
राहुल गांधी के ‘वोट चोरी यात्रा’ पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा कि यह यात्रा असल में घुसपैठियों को बचाने के लिए निकाली गई है। उन्होंने कहा, “SIR के जरिए बिहार में घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें वोटर लिस्ट से हटाया गया। अब कांग्रेस और महागठबंधन इन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं बिहार की जनता से पूछना चाहता हूं — क्या घुसपैठियों को वोट देने का अधिकार होना चाहिए?”
“जिनके पास नागरिकता का सबूत था, उनका नाम नहीं हटाया गया”
अमित शाह ने बताया कि जिन लोगों के पास भारतीय नागरिकता के सबूत थे, उनके नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटाए गए। उन्होंने कहा, “जिनके नाम हटाए गए, वे अपने नागरिकता के प्रमाण नहीं दिखा पाए। अगर वे सच में भारतीय होते, तो दस्तावेज जरूर पेश करते। हटाए गए नामों में से सिर्फ तीन अपीलें आईं। अगर किसी के साथ अन्याय हुआ होता, तो बड़ी संख्या में अपीलें आतीं। इससे साफ है कि जिनके नाम हटाए गए, वे भारतीय नहीं थे।”
राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा हमला
अमित शाह ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी बिहार में ‘वोट चोरी’ का मुद्दा उठा रहे हैं, जबकि महाराष्ट्र और हरियाणा में भी वही आरोप लगा रहे हैं। शाह ने कहा, “कांग्रेस को खुद समझ नहीं आता कि वे किस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। कर्नाटक में भी वही कह रहे हैं, जबकि वहां तो कांग्रेस की ही सरकार है।”
Read Also:8th Pay Commission: कब बढ़ेगी सैलरी और कितने कर्मचारियों को मिलेगा फायदा, जानें पूरी जानकारी
“हर एक घुसपैठिए को देश से निकालना हमारा संकल्प”
गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि भाजपा की नीति बिल्कुल साफ है — घुसपैठिए किसी भी कीमत पर देश में नहीं रह सकते। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी जितनी चाहें यात्राएं निकाल लें, लेकिन भाजपा हर एक घुसपैठिए को देश से बाहर करेगी। यह हमारा राष्ट्र के प्रति वादा और संकल्प है।”





