Almond Farming – बादाम की खेती से किसानो को तगड़ा मुनाफा, कमाए लाखो रूपये, जानिए कैसे,

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Almond Farming – बादाम की खेती से किसानो को तगड़ा मुनाफा, कमाए लाखो रूपये, जानिए कैसे,

Almond Farming – बादाम की खेती से आप कमाए लाखों का फ़ायदा, जानिए खेती के तरीके बादाम से लोग स्वास्थ्य को होने वाले फायदों के बारे में पहले से अधिक जानने लगे हैं। ऐसे में किसान बादाम की खेती के जरिए मालामाल हो सकते हैं। एक वक्त था जब बादाम की खेती सिर्फ जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे ठंडे पर्वतीय इलाकों में होती थी, लेकिन अब मैदानी जगहों पर भी इसकी खेती होने लगी है। इसकी वजह है बदलती हुई तकनीक, जिसके चलते उन्नत किस्म के बीज विकसित हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर बादाम की मांग भी पहले की तुलना में बढ़ी है, क्योंकि लोग इससे स्वास्थ्य को होने वाले फायदों के बारे में पहले से अधिक जानने लगे हैं।

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बादाम की खेती 7 डिग्री से 25 डिग्री तक की जलवायु वाले इलाकों में आसानी से की जा सकती है। इसकी खेती के लिए समतल, बलुई, गहरी उपजाऊ मिट्टी की जरूरत होती है। रोपाई से पहले इसके लिए खड्डे तैयार किए जाते हैं। उनमें ढेर सारी गोबर की खाद और केंचुए की खाद डाली जाती है। पौधे से पौधे की दूरी 5-6 मीटर होनी चाहिए। बादाम की कुछ व्यावसायिक किस्मों में नॉन-पैरिल, कैलिफ़ोर्निया पेपर शेल, मर्सिड, आईएक्सएल, शालीमार, मखदूम, वारिस, प्रणयज, प्लस अल्ट्रा, प्रिमोर्स्कीज, पीयरलेस, कार्मेल, थॉम्पसन, प्राइस, बट्टे, मोंटेरे, रूबी, फ्रिट्ज, सोनोरा, पाद्रे शामिल हैं।

यदि आप अपने बादाम के पेड़ को एक बीज को विकसित कर रहे हैं, तो एक नियंत्रित वातावरण में बीज को अंकुरित करके शुरू करें। एक बार जब यह शुरू हो जाता है, तो आप इसे गमले या जमीन में लगा सकते हैं। सबसे पहले, एक बड़े कटोरे में अपने बीज इकट्ठा करें फिर, उन्हें निम्नलिखित चरणों के अनुसार अंकुरित करें:

बादाम की खेती में ध्यान रखें ये बातें

  • बादाम की खेती करने से पहले कृषि विशेषज्ञ से अपनी अपनी मिट्टी की जांच करवा लें और साथ ही जलवायु के हिसाब से ये भी पता कर लें कि किस किस्म के बादाम उगाने चाहिए। अलग-अलग जलवायु के हिसाब से अलग-अलग किस्म की बादाम की खेती होती है। गलत किस्म लगाने से उत्पादन पर असर पड़ता है।
  • गर्मियों में हर 10 दिन में सिंचाई करनी चाहिए, जबकि ठंड में 20-25 दिन में सिंचाई करनी चाहिए।
  • बादाम के पौधों को हवा से बचाने के लिए उसे बांस से सहारा देना चाहिए।
  • बीज को मिट्टी की सतह के नीचे एक या दो इंच के पौधे लगाएं। दरारें ऊपर की ओर इशारा करती हैं। एक ऐसे क्षेत्र में घर के अंदर फूलदान को आराम दें। सीधे धूप प्राप्त करें। अब, बस अंकुर के अंकुरित होने की प्रतीक्षा करें।
  • खेत में कल्टीवेटर के माध्यम से दो से तीन अच्छी तिरछी जुताई कर दें। जुताई के बाद खेत में पाटा लगाकर उसे समतल बना दे। बादाम के पौधे एक बार लगाने के बाद लगभग 40 से 50 साल तक पैदावार देते हैं। इस कारण इसके खेतों की जुताई शुरुआत में ही एक बार की जाती है।

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बादाम की खेती से कितना मुनाफा

वैसे तो बादाम का पेड़ 3-4 साल में फल देने लगता है, लेकिन पूरी क्षमता से फल देने में बादाम के पेड़ को करीब 6 साल लग जाते हैं। अच्छी बात ये है कि बादाम के पेड़ एक बार लगाने के बाद 50 साल तक फल देते रह सकते हैं। अलग-अलग किस्म के हिसाब से अलग-अलग उत्पादन मिलता है, इसलिए मुनाफा भी कम-ज्यादा हो सकता है। बाजार में बादाम का भाव 600 रुपए से 1000 रुपए प्रति किलोग्राम है। एक पेड़ से 2-2.5 किलो सूखे बादाम हर साल मिलते हैं। यानी आपको पहली बार खेती में खर्च करना होगा और फिर उसके बाद बस रख-रखाव करते रहें और फायदा कमाते रहें।