अभी भी शेडों में रखा हुए है व्यापारियों का अनाज
Alert: शाहपुर। क्षेत्र में वर्षा का दौर प्रारंभ है और नगर की कृषि उप मंडी में अनाज लाने वाले किसान परेशान हैं। किसान मोर्चा का कहना है कि मंडी में अनाज को सुरक्षित रखने के लिए जगह नहीं है। किसानों की उपज को सुरक्षित रखने के लिए करोड़ों रुपए के शेड बनाए गए हैं लेकिन उन पर व्यापारियों ने कब्जा कर लिया है। व्यापारी इन शेड का गोदाम की तरह उपयोग करते हैं और कई दिनों तक उनका माल इन शेड में पड़ा रहता है। जिसकी रखवाली मंडी प्रशासन के चौकीदार कर रहे हैं।
किसानों के माल की नहीं है सुरक्षा

किसान मोर्चा के उमाकांत वर्मा, सुभाष पटेल, मनोज पटेल ने बताया कि मौसम अचानक बिगड़ जाता है और वर्षा होने लगती है। ऐसे में किसानों के माल की कोई सुरक्षा नहीं है। उन्हें धूप, बरसात में अपनी उपज को ट्रालियां और वाहनों में रखना पड़ता है। जिससे उपज खराब हो जाती है और उन्हें बराबर भाव नहीं मिलता है। सभी ने बताया कि किसानों के साथ व्यापारियों के द्वारा मंडी प्रबंधन के साथ मिलकर की जा रही इस मनमानी का किसान संगठन पुरजोर विरोध करते हैं। हमने मंडी समिति से मांग की है कि किसानों के लिए बनाए गए शेड को तत्काल व्यापारियों से खाली करवाएं और किसानों की उपज को सुरक्षा दें। कई बार गांव से उपज लेकर किसान जब आता है तब मौसम खुला रहता है लेकिन मंडी में नीलामी, तोल में और भुगतान में लंबा समय लगता है और ऐसे में मौसम बदल जाता है तो किसान की उपज खराब होती है।
व्यापारियों का रहता है शेड के नीचे माल

सभी ने बताया कि मंडी समिति ने दिखाने को तो किसानों के लिए करोड़ों रुपए के शेड बनाए हैं लेकिन उन शेड का अधिकांश उपयोग व्यापारी ही कर रहे हैं। व्यापारी माल खरीद कर शेड में रख देते हैं और कई कई दिन तक वह माल वहीं पड़ा रहता है। वहीं पैकिंग पाला होता है और उसके बाद भेजा जाता है। एक तरह से बगैर किराए के मंडी शेड का व्यापारी उपयोग कर रहे हैं। इसको लेकर पूरे ब्लॉक के किसानों में आक्रोश है।
इनका कहना…
मंंडी में व्यापारियों का लगभग 3 हजार क्विंटल माल शेडो में रखा था इसलिए एक दिन रविवार की अतिरिक्त और मोहलत माल उठाने दी गई। माल नही उठाने पर सोमवार से प्रति बोरा दस रुपए के हिसाब से दंड लिया जायेगा।
शीला खातरकर, मंडी सचिव, बैतूल