इंदौर: पुलिस ने एक महिला की तलाश में झोपड़ी में दबिश दी। इस दौरान उसके परिजन पुलिस से भी भीड़ गए। पुलिस की टीम ने अंदर जब दबिश दी तो कैश देखकर सन्न रह गई। झोपड़ी वाली महिला के घर में इतने कैश थे कि गिनने के लिए मशीन बुलवानी पड़ी है। यह बरामदगी इंदौर के द्वारकापुरी इलाके से हुई है। बताया जा रहा है कि महिला ड्रग्स रैकेट से जुड़ी हुई है।
सीमा नाथ है महिला का नाम
इंदौर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रविवार शाम बड़ी कार्रवाई करते हुए द्वारकापुरी क्षेत्र से नशे के अवैध कारोबार में शामिल कुख्यात महिला सीमा नाथ (32) को गिरफ्तार किया। कार्रवाई के दौरान महिला के परिवारजनों ने विरोध किया और पुलिसकर्मियों से झड़प की, जिसके बाद अतिरिक्त फोर्स बुलानी पड़ी।
पुलिस की तीन टीमों ने दी दबिश
पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सीमा नाथ, जो लंबे समय से ठिकाने बदलकर ड्रग्स सप्लाई कर रही थी, अपने नाथ मोहल्ला, अहीरखेड़ी स्थित घर में मौजूद है। तीन अलग-अलग टीमों और महिला बल के साथ दबिश दी गई और महिला को गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान पुलिस को 516 ग्राम ब्राउन शुगर (अंतरराष्ट्रीय कीमत करीब 1 करोड़ रुपए) और 48 लाख 50 हजार रुपए नगद मिले। नगदी इतनी अधिक थी कि पुलिस को नोट गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी।
इंदौर में झोपड़ी वाली महिला के घर मिला इतना कैश, पुलिस को मंगवानी पड़ी मशीन
नशे के कारोबार से हुई कमाई
जांच में सामने आया कि सीमा सस्ते दामों पर ब्राउन शुगर खरीदकर शहर में ज्यादा कीमत पर बेचती थी। पुलिस ने उसके ठिकाने से इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटा भी जब्त किया, जिससे वह नशे के पैकेट तैयार करती थी। पूछताछ में सीमा ने रवि उर्फ काला नामक अपराधी के साथ ड्रग्स सप्लाई का नेटवर्क चलाने की बात कबूली।
पुलिस को धमकाती थी महिला
सीमा नाथ का लंबा आपराधिक रेकॉर्ड है। वह पहले भी दर्जनभर मामलों में जेल जा चुकी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तारी से बचने के लिए वह अक्सर पुलिसकर्मियों को झूठे आरोप लगाने की धमकी देती थी। कई बार वह कपड़े फाड़कर हंगामा भी कर चुकी है। यही कारण था कि कार्रवाई के लिए महिला बल और अतिरिक्त टीमों की जरूरत पड़ी।
परिवार भी अपराध में शामिल
जानकारी के अनुसार सीमा के पति महेश टोपी भी नशे के कारोबार में लिप्त है। वहीं, उसके भाई चेतन और अर्जुन नाथ चर्चित अतुल बंसल हत्याकांड में आरोपी रहे हैं।
पुलिस का अभियान जारी
पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर इंदौर क्राइम ब्रांच लगातार मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रही है। इसी साल अब तक 72 मामलों में 130 आरोपियों को गिरफ्तार कर करीब 5 करोड़ रुपये मूल्य के ड्रग्स जब्त किए जा चुके हैं।