वाशिंगटन। अमेरिका में डेल्टा एयरलाइंस की फ्लाइट पर एक यात्री के साथ कथित मारपीट के मामले में पीड़ित शख्स ने 166 करोड़ का मुआवजा मांगा है।यात्री मोहम्मद शिबली ने एयरलाइन पर 20 मिलियन डॉलर यानी करीब 166 करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा है। उनका आरोप है कि फ्लाइट अटेंडेंट ने बीच सफर में उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। 29 जुलाई को शिबली अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों (4 और 2 साल) के साथ अटलांटा से फ्रेज़्नो जा रहे थे। फ्लाइट में छोटा बेटा पानी के लिए रोने लगा। शिबली की पत्नी ने पानी मांगा तो अटेंडेंट ने देने से मना कर दिया।
शिबली खुद पीछे जाकर अटेंडेंट से पानी मांगने पहुंचे। वहां भी उन्हें सख्त लहजे में मना कर दिया गया। हालांकि बाद में दूसरे अटेंडेंट्स ने पानी दिया और माफी भी मांगी। लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। कुछ देर बाद वही अटेंडेंट फिर से उनके पास पानी लेकर आई। शिबली ने मना कर दिया और कहा कि अब उन्हें अकेला छोड़ दिया जाए। इसी दौरान अटेंडेंट पास से गुजरी और कान में गाली बक दी। शिबली ने भी पलटकर शब्द कहे। तभी अचानक अटेंडेंट ने उनके चेहरे पर जोरदार थप्पड़ जड़ दिया और फिर बाकी यात्रियों को सर्व करना जारी रखा। शिबली का कहना है कि उन्होंने पूरी फ्लाइट में संयम रखा लेकिन खुद को अपमानित और असुरक्षित महसूस किया। उन्होंने कहा मैं लगभग चार घंटे उस फ्लाइट में फंसा रहा। बेटे के सामने मैं असहाय दिखा, पत्नी के सामने बेइज्जत हुआ। किसी को भी हवा में उड़ते विमान में शारीरिक हमला नहीं झेलना चाहिए।
वकील का कहना है, डेल्टा को अपने हर कर्मचारी को फिलिस्तीन पर शिक्षा और संवेदनशीलता ट्रेनिंग देनी चाहिए। मेरे क्लाइंट का दिन खराब किया गया है और अब इसकी कीमत डेल्टा को चुकानी होगी।” उधर, एयरलाइन ने बयान जारी कर कहा है कि आरोपी अटेंडेंट को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले की जांच चल रही है। शिबली के वकील अली अवाद ने दावा किया कि मामला सिर्फ पानी का नहीं बल्कि नस्लीय भेदभाव का है। दरअसल, शिबली की पत्नी की टी-शर्ट पर फलस्तीन लिखा था। वकील ने इसे डेल्टा एयरलाइंस की पुरानी घटना से जोड़ा, जब अटेंडेंट्स ने फिलिस्तीनी झंडे वाले बैज लगाए थे और सोशल मीडिया पर उन्हें “हामास बैज” कहा गया था।
फ्लाइट में हुई मारपीट के बदले शख्स ने मांगा 166 करोड़ का मुआवजा

For Feedback - feedback@example.com