लोको पायलट ने अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेन को किया दुरुस्त! ऐसे बचाई हजारों यात्रियों की जान

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लोको पायलट ने अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेन को किया दुरुस्त! ऐसे बचाई हजारों यात्रियों की जान, बिहार के समस्तीपुर में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. दरअसल, समस्तीपुर में एक ट्रेन पुल के बीचों-बीच अचानक रुक गई. इस घटना के पीछे ट्रेन के इंजन में हवा के रिसाव की समस्या बताई जा रही है. ट्रेन के अचानक रुकने से हजारों यात्री घबरा गए. मगर इस मुश्किल परिस्थिति में लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट की सूझबूझ और हिम्मत ने सभी को बचा लिया.

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लोको पायलट ने जान जोखिम में डालकर ट्रेन को किया दुरुस्त

समस्तीपुर में ट्रेन के बीच पुल पर रुकने की खबर सामने आई है. दरअसल, ट्रेन के इंजन में किसी वजह से हवा का रिसाव हो गया था. जिसके चलते ट्रेन पुल के बीचों-बीच ही रुक गई. ट्रेन रुकने के बाद उस जगह तक पहुंच पाना भी मुश्किल था. ऐसे में लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट ने अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेन के नीचे पुल पर लेटकर रिसाव को दुरुस्त किया. उनकी काफी मशक्कत के बाद ही ट्रेन को आगे बढ़ाया जा सका. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोको पायलट को ट्रेन के नीचे पुल पर से निकलते हुए देखा जा सकता है. ट्रेन चालकों की इस साहसी कारगुज़ारी को देखते हुए समस्तीपुर रेलवे डिवीजन के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने दोनों चालकों को ₹10,000 के इनाम और प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की है

लोको पायलट ने अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेन को किया दुरुस्त! बचाई हजारों यात्रियों की जान

अचानक ट्रेन में हुआ था हवा के रिसाव का पता चलना

बता दें कि दरभंगा से गोरखपुर जा रही ट्रेन संख्या 05497 उप नरकटियागंज जब समस्तीपुर रेलवे डिविजन के वाल्मीकि नगर और पनियावा स्टेशन के बीच बने पुल संख्या 382 पर पहुंची, तो अचानक इंजन (लोको) के अनलोडर वाल्व से हवा का रिसाव होने लगा. जिसकी वजह से एमआर प्रेशर कम हो गया और ट्रेन पुल के बीचों-बीच ही रुक गई. ट्रेन के पुल पर रुकने के बाद उसे दुरुस्त करना काफी मुश्किल था.

लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने संभाली स्थिति

लोको पायलट अजय कुमार यादव और असिस्टेंट लोको पायलट नरकटियागंज रंजीत कुमार पुल पर लटककर और रेंगकर उस जगह तक पहुंचे जहां इंजन में रिसाव हो रहा था. इसके बाद उनकी कोशिशों से रिसाव को रोका गया, तब जाकर ट्रेन अपने गंतव्य स्टेशन की ओर रवाना हो सकी.