Telsa Factory in India – इलेक्ट्रिक वाहनों के मामले में दुनिया की नंबर कंपनी टेस्ला(Tesla) के भारत में प्रवेश के इरादों को फिर झटका लगा है। भारत सरकार ने टेस्ला कंपनी की इंपोर्ट ड्यूटी पर छूट देने की मांग को सिरे से खारिज कर दिया है। दरअसल टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क (Elon Musk) भारत में पहले अपनी आयातित इलेक्ट्रिक कारें बेचना चाहते हैं। लेकिन इसके लिए वो सरकार से आयात शुल्क में छूट की मांग कर रहे थे। देश में आयातित गाड़ियों पर 100 फीसदी तक टैक्स लगता है। ऐसे में आयातित कारें दुगुनी महंगी हो जाती हैं। इसी वजह से भारतीय में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए उन्होंने इंपोर्ट टैक्स (Custom Duty) में सरकार से छूट मांगी थी। लेकिन सरकार यह कहते हुए उनकी मांग ठुकरा दी है कि भारत में इसके लिए पहले से ही पॉलिसी बनी हुई है और किसी के लिए अलग से छूट नहीं दी जाएगी।
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क्या है सरकार का पक्ष?
दरअसल भारत में गाड़ियों के निर्माण या एसेंबली को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने पूरी तरह आयातित गाड़ियों पर 100 फीसदी तक टैक्स लगा रखा है। लेकिन इसी पॉलिसी के तहत इंडिया में एसेंबलिंग के लिए पार्ट्स आयात करने पर 15-30 फीसदी ही डयूटी लगती है। ऑटो कंपनियों को सरकार ने कम आयात शुल्क पर पार्शियली बिल्ट व्हीकल आयात करने और यहां उनकी एसेंबलिंग करने की इजाजत दी है। इससे भारत में निवेश बढ़ता है और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है। सरकार का कहना है कि इस ड्यूटी में किसी तरह की बदलाव की जरूरत नहीं है। क्योंकि कुछ घरेलू कंपनियां इलेक्ट्रिक गाड़ियाों के प्रोडक्शन कर ही रही हैं और मौजूदा टैरिफ स्ट्रक्चर में भी कुछ इन्वेस्टमेंट आया है। इसलिए ड्यूटी की वजह से कोई बाधा नहीं दिखती।
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भारत इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के इस्तेमाल को लगातार बढ़ावा दे रही है। इसी वजह से सरकार ने इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी टेस्ला इंडिया में उत्पादन शुरू करने के लिए आमंत्रित किया है। लेकिन मस्क शुरुआत में सिर्फ अपनी आयातित कारें बेचना चाहते हैं। साथ ही वो चाहते हैं कि सरकार उनके व्हीकल्स आयात पर ड्यूटी में कमी करे। वहीं, सरकार के आग्रह के बावजूद, टेस्ला ने अभी तक अपनी गाड़ियों के भारत में उत्पादन का कोई प्लान भी पेश नहीं किया है। ऐसे में सरकार ने उनकी आयातित गाड़ियों को टैक्स में छूट देने के पक्ष में नहीं है। लेकिन भारत सरकार ने टेस्ला से CBU के बजाय अपने Knocked Down units (असेंबली योग्य) गाड़ियां भारत में लाने का आग्रह किया है। वैसे, महाराष्ट्र समेत देश के कम से कम 5 राज्यों ने टेस्ला को अपने राज्य में निवेश करने और कारोबार शुरु करने का निमंत्रण दिया है।