Betul News – बैतूल – ट्रांसफार्मर पर फाल्ट सुधारने के दौरान करंट लगने से गत दिनों हुई लाइनमेन दम्मूलाल धुर्वे की दर्दनाक मौत के मामले में मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत कंपनी द्वारा की गई जांच के बाद लापरवाही सामने आने पर तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
यहां पर सवाल यह उठता है कि जब विद्युत कंपनी ने चार कर्मचारियों को दोषी मानते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है इधर कोतवाली पुलिस ने भी विद्युत कम्पनी से इस मामले में जांच प्रतिवेदन मांगा है।
पुलिस का कहना है कि जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला पंजीबद्ध किया जाएगा। हालांकि इस मामले में प्रथम दृष्टया यह साबित हो चुका है कि लाइनमेन की मौत कर्मचारियों की लापरवाही के कारण हुई है।
इनको किया गया था सस्पेंड | Betul News
विद्युत कंपनी के दक्षिण संभाग के उपमहाप्रबंधक अवधेश त्रिपाठी ने लाइनमेन दम्मूलाल धुर्वे की मौत की घटना में प्रथम दृष्टया पाढर वितरण केंद्र के सहायक प्रबंधक पंकज सोनी, लाइन हेल्पर वामन कुंभारे, लाइन हेल्पर गणेश सिंह को सस्पेंड किया था।
इन तीनों पर आरोप था कि मुख्यालय द्वारा जारी निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया एसओपी का पालन नहीं किया गया था। इनको सस्पेंड करने के साथ ही प्रबंध संचालक ने विभाग को चेतावनी दी थी कि सुरक्षा मानकों एवं शटडाऊन के मानकों का पालन करें तथा नियमानुसार परमिट लेकर ही मेंटनेंस का कार्य करें।
लिस ने मांगा जांच प्रतिवेदन | Betul News
लाइनमेन दम्मूलाल धुर्वे की मौत के मामले में कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना प्रारंभ कर दी है। इस मामले में कोतवाली प्रभारी अजय सोनी का कहना है कि पुलिस ने विद्युत कंपनी को पत्र लिखकर जांच प्रतिवेदन भी मांगा है। जांच प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि घटना के कौन जिम्मेदार है और क्या लापरवाही हुई थी?
श्री सोनी का कहना है कि इस मामले में परिजनों के बयान ले लिए गए हैं। साथ ही अन्य और कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। श्री सोनी ने बताया कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ धारा 304 ए (गैर इरादतन हत्या) का मामला दर्ज किया जाएगा।