Machhar Kaatne Ki Wajah – आम आदमी से जुड़ी एक सबसे आम समस्या है मच्छर काटना लेकिन हम वो हर संभव प्रयास करते हैं जिससे की मच्छरों से बचा जा सके लेकिन मच्छर फिर भी काट ही लेते हैं। खैर एक मादा प्रजाति के मच्छर के काटने से मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी भी हो जाती है।
लेकिन आप सभी को ये तो पता ही होगा या फिर आपने कुछ लोगों से सुना जरूर होगा की उन्हें मच्छर ज्यादा काटते हैं। और ये कहीं न कहीं सच्चाई भी है किसी को ज्यादा मच्छर काटते हैं तो कभी किसी को काटते ही नहीं है। तो आखिर ऐसी क्या वजह है इस बात कारण आज हम आपको बताने वाले है, की असल में मच्छरों के ज्यादा काटने के पीछे आखिर वजह क्या है।
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क्या कहते है वैज्ञानिक | Machhar Kaatne Ki Wajah
जब हमने इस बात की पड़ताल शुरू की तो हमें पता चला की वैज्ञानिकों ने इसको लेकर एक अध्ययन किया था, जिसके नतीजों में पाया गया कि कुछ लोग मच्छरों के लिए वाकई चुंबक की तरह काम करते हैं. दरअसल, उन लोगों के शरीर से एक खास तरह की गंध निकलती है जो मच्छरों को अपनी ओर आकर्षित करती है |
इस अध्ययन ने कई पुरानी धारणाओं को झुठला दिया, जिसमें लोगों के खून के प्रकार, खून में शर्करा की मात्रा, लहसुन या फिर केले खाने या फिर औरत तक होने को वजह माना जाता था. यह अध्ययन सेल जर्नल में भी प्रकाशित हुआ था |
त्वचा में इस एसिड की मात्रा ज्यादा होती है | Machhar Kaatne Ki Wajah
अध्ययन के दौरान पाया गया की, मच्छर उन लोगों के प्रति ज्यादा आर्कषित होते हैं, जिनकी त्वचा में कार्बोक्सिल एसिड का लेवल ज्यादा होता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, इंसान की त्वचा के फैटी एसिड का मच्छरों को अपनी ओर आकर्षित करने का बहुत पुराना और गहरा नाता है |
तीन साल अध्ययन करने के बाद शोधकर्ताओं ने शामिल हुए प्रतिभागियों को कई दिनों तक दिन में छह बार बाहों में नायलॉन की स्टॉकिंग पहनाई. इसके बाद जब इस नायलॉन के साथ परीक्षण किया गया तो शोधकर्ताओं ने पाया कि मच्छरों को आकर्षित करने वाले प्रतिभागियों में कार्बोक्सिलिक ऐसिड का का लेवल ज्यादा था. इससे यह पता चला कि जिन लोगों में फैटी एसिड का स्तर ज्यादा होता है, मच्छर उनकी ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं।