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Magarmach Ka Rescue – जाल छोटा होने से नहीं पकड़ाया मगरमच्छ

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एसटीआरएफ की टीम कल बड़ा जाल लाकर करेगी रेस्क्यू, चार घंटे की मशक्कत के बावजूद भी टीम को नहीं मिली सफलता

बैतूल – Magarmach Ka Rescue – जिले के ग्राम सालीमेट में दिखाई दिए मगरमच्छ को पकडऩे के लिए एसटीआरएफ की टीम को वन विभाग के अधिकारियों ने सूचना दी थी। वन विभाग की सूचना के बाद सतपुड़ा टाईगर रिजर्व फारेस्ट की टीम ग्राम सालीमेट तालाब पर पहुंची थी और मगरमच्छ को पकडऩे के लिए करीब चार घंटे की मशक्कत की लेकिन टीम को सफलता इसलिए नहीं मिल पाई क्योंकि टीम द्वारा मगरमच्छ पकडऩे के लिए लाई गई जाल छोटी थी। टीम द्वारा अब बड़ी जाल लेकर मंगलवार को पुन: मगरमच्छ को पकडऩे रेस्क्यू किया जाएगा।

वन विभाग के शाहपुर एसडीओ अशोक हनवाते ने बताया कि मगरमच्छ बड़ा लेकिन टीम द्वारा जो जाल लेकर आई थी वह काफी छोटा था जिससे मगरमच्छ उसमें नहीं फंस पाया। अब टीम द्वारा मगरमच्छ को देख लिया गया है अब बड़ा जाल लेकर मंगलवार को पुन: मगरमच्छ को पकडऩे का प्रयास किया जाएगा।  

तवा नदी से तालाब में आया मगरमच्छ(Magarmach Ka Rescue)

मगरमच्छ के ग्राम सालीमेट के तालाब में अचानक दिखाई दे देने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गई है। ऐसी चर्चा की जा रही है कि ग्राम सालीमेट से करीब 3 किमी. दूर तवा नदी बहती है। जिले में हुई अत्यधिक बारिश के दौरान यह मगरमच्छ तवा नदी से ग्राम के तालाब में पहुंच गया होगा। अब मगरमच्छ के रेस्क्यू करने के लिए टाईगर रिजर्व फारेस्ट की टीम को बुलाया गया है। टीम के द्वारा ही रेस्क्यू किया जाएगा।

वन विभाग की टीम कर रही निगरानी(Magarmach Ka Rescue)

एसडीओ अशोक हनवाते ने बताया कि तहसील क्षेत्र के सालीमेट ग्राम में स्थित जलाशय में ग्रामीणों को मगरमच्छ दिखाई दिया है। इसके बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है। मगरमच्छ को पकडऩे के लिए एसटीआर की टीम आएगी। ग्रामीण विजय उइके ने बताया कि खेत के पास बने पंचायत के जलाशय में शुक्रवार दोपहर में धूप सेकते हुए मगरमच्छ दिखाई दिया।

धूप सेकते हुए दिया दिखाई(Magarmach Ka Rescue)

विजय ने मोबाइल के कैमरे में उसका वीडियो बनाया और वन विभाग के अधिकारियों को भेजा। मगरमच्छ की लंबाई करीब सात फीट है। ग्रामीणों ने संभावना जताई है कि गांव से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी से बहने वाली तवा नदी से मगरमच्छ वर्षाकाल में जलाशय तक पहुंच गया होगा। मगरमच्छ दोपहर में जलाशय के किनारे पर घांस के बीच धूप सेकने पानी से निकलता है। हल्की सी भी आहट होने पर पानी में कूद जाता है।

बड़ा जाल लेकर आएगी टीम(Magarmach Ka Rescue)

मगरमच्छ होने से सालीमेट के ग्रामीणों में हडक़म्प मच गया। ग्रामीणों द्वारा मगरमच्छ होने की सूचना वन विभाग को दी गई है। विभाग द्वारा दो चौकीदारों को मगरमच्छ की निगरानी के लिए जलाशय पर तैनात किया है। भौंरा के रेंजर सुरेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि वन विभाग की टीम मगरमच्छ की निगरानी कर रही है । एसटीआर की टीम को सूचना दी गई है। टीम द्वारा बड़ा जाल लेकर आने के बाद मगरमच्छ को पकड़ा जाएगा।

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