घरों से नहीं निकल रहे हैं बाहर
बैतूल – Bandar Ne Kiya Hamla – रहवासी इलाके में जानवरों के आने से नागरिकों को परेशानी होती है। लेकिन वन विभाग इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं देता है। जिसके कारण नागरिकों को घरों से निकलना भी मुश्किल हो गया है। ऐसा ही मामला चक्कर रोड पर सामने आया है। जहां एक बंदर के आतंक से कालोनीवासी डरे-सहमे हैं। बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों में 6 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। इस बंदर ने वैष्णवीधाम रेसीडेंसी में ज्यादा उत्पात मचाया है। इसको लेकर कालोनीवासियों ने वन विभाग से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक शिकायत की है।
वैष्णवीधाम रेसीडेंसी सोसायटी के अध्यक्ष राजेश गावंडे ने बताया कि पिछले एक माह से इस बंदर ने राहगिरों से लेकर कालोनीवासियों तक को परेशान करके रखा है। चलते लोगों को बंदर गिरा देता है। 15 दिन पहले वन विभाग की टीम ने बंदर को पकडक़र केरपानी क्षेत्र में छोड़ दिया था। 10 दिन तक राहत रही उसके बाद अचानक यह बंदर फिर आ गया।
बंदर ने कालोनी के अनिल पंवार, श्री घानेकर, गार्ड साहू, बुजुर्ग महिला पुष्पा नायक, बच्चा कीर्तन कोसे और जैन दादावाड़ी के पुजारी को घायल कर दिया है। कीर्तन कोसे को तो 6 टांके लगे हैं। श्री गावंडे ने बताया कि बंदर के उत्पात से परेशान लोगों ने सीसीएफ बैतूल और 181 सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की है। लेकिन अभी तक इस बंदर को वन विभाग ने पकडऩे की कोशिश नहीं की है।
कालोनी में इस समय नवरात्रि पर्व पर शाम के समय होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए लोग डरे सहमे हालत में आते हैं। कई बार तो लोग हाथों में लाठी लेकर आते हैं। श्री गावंडे ने वन विभाग से मांग की है कि इस बंदर को पकडक़र ऐसी जगह छोड़ा जाए कि फिर वह वापस ना आ सके।