ICC T20: आईसीसी ने साल 2025 की ताजा टी20 बल्लेबाजों की रैंकिंग जारी कर दी है, जिसमें कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रही पांच मैचों की टी20 सीरीज के बीच आई इस रैंकिंग ने क्रिकेट फैंस का ध्यान खींचा है। जहां एक तरफ युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा नंबर एक की कुर्सी पर मजबूती से जमे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर सूर्यकुमार यादव के लिए खतरे की घंटी बजती नजर आ रही है।
अभिषेक शर्मा की बादशाहत बरकरार
भारतीय ओपनर अभिषेक शर्मा ने अपनी शानदार फॉर्म के दम पर आईसीसी टी20 रैंकिंग में पहला स्थान बरकरार रखा है। उनके खाते में इस समय 909 रेटिंग अंक हैं, जो किसी भी बल्लेबाज के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। इंग्लैंड के फिल साल्ट 849 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर बने हुए हैं, जबकि श्रीलंका के पाथुम निसांका 779 रेटिंग के साथ तीसरे स्थान पर कायम हैं।
तिलक वर्मा की जोरदार छलांग
भारतीय टीम के उभरते सितारे तिलक वर्मा ने इस बार रैंकिंग में जबरदस्त छलांग लगाई है। तिलक ने दो स्थान की बढ़त हासिल करते हुए चौथा स्थान अपने नाम कर लिया है। उनकी मौजूदा रेटिंग 774 है। तिलक की इस छलांग का असर सीधे तौर पर अन्य बल्लेबाजों पर पड़ा है, जिससे रैंकिंग में हलचल मच गई है।
बड़े नामों को लगा झटका
तिलक वर्मा के आगे बढ़ने से इंग्लैंड के जोस बटलर को एक स्थान का नुकसान हुआ है और वह अब पांचवें नंबर पर खिसक गए हैं। पाकिस्तान के साहिबजादा फरहान भी एक पायदान नीचे फिसलकर छठे स्थान पर पहुंच गए हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के मिचेल मार्श ने एक स्थान की बढ़त के साथ आठवां स्थान हासिल किया है। न्यूजीलैंड के टिम सीफर्ट ने भी दो स्थान की छलांग लगाकर नौवां स्थान पाया है।
Read Also:Madhuri Dixit के खूबसूरत बालों का राज़: घर पर बना ये हेयर मास्क करेगा कमाल
सूर्यकुमार यादव के लिए बढ़ी चिंता
भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव के लिए यह रैंकिंग चिंता का कारण बन सकती है। कुछ महीने पहले तक दुनिया के नंबर एक टी20 बल्लेबाज रहे सूर्या अब दसवें स्थान पर खिसक चुके हैं। उनकी मौजूदा रेटिंग 669 है। अगर आगामी मैचों में उनका बल्ला नहीं चला, तो वह टॉप 10 से बाहर भी हो सकते हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज के दो मुकाबले बाकी हैं, जहां सूर्यकुमार के पास खुद को साबित करने का आखिरी मौका होगा।
आईसीसी टी20 रैंकिंग में यह बदलाव साफ दिखाता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फॉर्म ही सबसे बड़ा फैक्टर है और एक-दो पारियां भी खेल की तस्वीर बदल सकती हैं।





