Hath Pair Thande Hona Kya Karan Hai: ठंड के मौसम में हाथ पैर ठंडे होना आम बात मानी जाती है। ठंडी हवा, कम तापमान और शरीर का खुद को बचाने का तरीका इसकी वजह हो सकता है। आमतौर पर जब आप कंबल ओढ़ लेते हैं या गर्म कपड़े पहन लेते हैं, तो कुछ ही समय में हाथ पैर गर्म हो जाते हैं। लेकिन अगर घंटों तक कंबल में रहने के बाद भी हाथ पैर बर्फ जैसे ठंडे रहें, तो इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं।
खराब ब्लड सर्कुलेशन बन सकता है बड़ी वजह
अगर शरीर में खून का बहाव ठीक से नहीं हो रहा है, तो सबसे पहले असर हाथों और पैरों पर दिखता है। जब खून सही मात्रा में नसों तक नहीं पहुंच पाता, तो हाथ पैर ठंडे पड़ जाते हैं। लंबे समय तक बैठे रहना, कम चलना फिरना या धमनियों में रुकावट होना भी इसकी वजह हो सकती है। यह समस्या आगे चलकर और गंभीर बन सकती है।
खून की कमी यानी एनीमिया का संकेत
एनीमिया यानी शरीर में खून की कमी होने पर भी हाथ पैर अक्सर ठंडे रहते हैं। शरीर के जरूरी अंगों तक ऑक्सीजन ठीक से नहीं पहुंच पाती, जिससे हाथ पैर सबसे पहले प्रभावित होते हैं। अगर साथ में थकान, चक्कर आना और कमजोरी भी महसूस हो रही है, तो यह खून की कमी का इशारा हो सकता है। ऐसी स्थिति में जांच कराना बहुत जरूरी है।
दिल की कमजोरी भी हो सकती है कारण
कई बार दिल कमजोर होने की वजह से भी ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है। जब दिल खून को ठीक से पंप नहीं कर पाता, तो हाथ पैर ठंडे रहने लगते हैं। अगर इसके साथ सीने में दर्द, सांस फूलना या चक्कर आने जैसी दिक्कतें हों, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। यह दिल से जुड़ी गंभीर चेतावनी हो सकती है।
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विटामिन की कमी और बचाव के उपाय
विटामिन बी बारह और विटामिन डी की कमी से भी हाथ पैर ठंडे रहने की समस्या हो सकती है। ऐसे में संतुलित आहार लेना जरूरी है। रोजाना हाथ पैर ढककर रखें, गर्म कपड़े पहनें और शरीर को अंदर से गर्म रखने वाला भोजन करें। धूम्रपान करते हैं तो उसे छोड़ दें, क्योंकि इससे खून का बहाव सुधरता है। अगर समस्या लगातार बनी रहे, तो डॉक्टर से जांच जरूर कराएं।





