Vote Chori:महाराष्ट्र में बीएमसी चुनाव (BMC Election 2026) से पहले फर्जी वोटिंग का मुद्दा एक बार फिर गरम हो गया है। शनिवार को मुंबई में महा विकास आघाडी (MVA) ने “वोट चोरी” के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया, जिसमें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए और चुनाव आयोग (Election Commission) पर गंभीर सवाल उठाए।
राज ठाकरे बोले– पूरे राज्य में फर्जी वोटरों का खेल
राज ठाकरे ने कहा कि फर्जी वोटरों का मुद्दा नया नहीं है। कांग्रेस, एनसीपी और समाजवादी पार्टी पहले से इस पर सवाल उठा रही हैं। यहां तक कि बीजेपी, शिंदे गुट और अजित पवार गुट के नेता भी इस गड़बड़ी की बात मान रहे हैं। ठाकरे ने कहा, “अगर सबको पता है कि लाखों फर्जी वोटर हैं, तो फिर चुनाव इतनी जल्दी क्यों कराए जा रहे हैं? आखिर क्या छिपाया जा रहा है?”
उन्होंने दावा किया कि केवल कैलान ग्रामीण, डोंबिवली, मुरबाड और भिवंडी से 4,500 वोटर मालाबार हिल विधानसभा क्षेत्र में वोट डालने पहुंचे। यानी एक ही व्यक्ति दो-दो जगह वोट डाल रहा है।
“वोट चोरी” पर राज ठाकरे का तीखा बयान
ठाकरे ने कहा, “मैं 2017 से EVM घोटाले पर बोल रहा हूं। अब फर्जी वोटरों की लिस्ट देखिए — मुंबई नॉर्थ में 17 लाख वोटरों में से हजारों डुप्लिकेट हैं, मुंबई साउथ सेंट्रल में 50,565 डुप्लिकेट वोटर, मुंबई साउथ में 15,993 फर्जी नाम, नाशिक में 99,673, मावल में 1,45,636 और पुणे में 1,02,002 फर्जी वोटर मिले हैं।”
उन्होंने सवाल उठाया, “अगर ये हाल कुछ क्षेत्रों का है, तो पूरे महाराष्ट्र का क्या हाल होगा? क्या ऐसे चुनाव कराना लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ नहीं है?”
फर्जी वोटरों की पहचान बूथ पर ही करो: ठाकरे
राज ठाकरे ने लोगों से अपील की कि वे चुनाव के दौरान सतर्क रहें। उन्होंने कहा, “जब वोट डालने जाओ, हर घर जाकर जांच करो कि वोट सही जगह डाला जा रहा है या नहीं। अगर कोई फर्जी वोटर दिखे, तो वहीं पर उसे डांटो और थप्पड़ मारो। ऐसे लोगों को सबक सिखाना जरूरी है।”
उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी।
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फर्जी वोटिंग पर विपक्ष का हल्ला, चुनाव आयोग पर दबाव
इस प्रदर्शन के बाद महा विकास आघाड़ी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह पूरे महाराष्ट्र में वोटर लिस्ट की जांच कराए। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी पहले चुनाव आयोग से फर्जी वोटरों को लेकर सवाल उठाए थे। अब राज ठाकरे के खुलासे के बाद विपक्ष ने इसे “लोकतंत्र की चोरी” करार दिया है।
    
			




