Turkey Earthquake Today: तुर्की की धरती एक बार फिर जोरदार भूकंप के झटकों से कांप उठी। सोमवार रात आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र बालिकेसिर प्रांत के सिंदर्गी जिले (Sindirgi District) में बताया जा रहा है। यह झटके इतने तेज़ थे कि लोग नींद से जागकर घरों से बाहर भागे और सड़कों पर अफरातफरी मच गई।
1. रिक्टर स्केल पर 6.1 तीव्रता का भूकंप
तुर्की की सरकारी एजेंसी Disaster and Emergency Management Authority (AFAD) के अनुसार,
भूकंप का केंद्र सिंदर्गी जिले में 5.99 किलोमीटर की गहराई पर था।
झटके इस्तांबुल, बुर्सा, मनिसा और इज़मिर तक महसूस किए गए।
भूकंप के बाद कई इलाकों में लोगों में डर और दहशत फैल गई।
कई लोग अपने घरों से बाहर खुले मैदानों की ओर भागते नजर आए।
2. तीन इमारतें और एक दुकान धराशायी
तुर्की के गृह मंत्री अली येरलिकाया (Ali Yerlikaya) ने मीडिया को बताया कि
भूकंप के कारण तीन खाली इमारतें और दो मंज़िला एक दुकान ढह गई।
हालांकि राहत की बात यह रही कि ये इमारतें खाली थीं, जिससे बड़ी जनहानि नहीं हुई।
फिर भी आसपास के इलाकों में मलबा गिरने और दरारें आने की खबरें सामने आई हैं।
सरकार ने राहत दलों को मौके पर भेज दिया है।
3. 22 लोग घायल, कई अस्पताल में भर्ती
बालिकेसिर प्रांत के गवर्नर इस्माइल उस्ताओग्लू (Ismail Ustaoğlu) के अनुसार,
इस हादसे में अब तक 22 लोग घायल हुए हैं।
कई लोग डर के मारे ऊंची जगहों से गिर गए, जिससे उन्हें चोटें आईं।
दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राहत और बचाव दल लगातार मलबा हटाने और घायलों की मदद में जुटे हुए हैं।
4. भूकंप के बाद फिर से झटकों की आशंका
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,
AFAD ने लोगों को चेतावनी दी है कि आफ्टरशॉक्स (Aftershocks) यानी छोटे झटके अब भी आ सकते हैं।
इसलिए लोगों से घरों के अंदर जाने से पहले भवनों की जांच करने को कहा गया है।
कई इलाकों में बिजली कटौती और मोबाइल नेटवर्क बाधित होने की भी खबरें आई हैं।
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5. बार-बार क्यों हिलती है तुर्की की धरती?
विशेषज्ञों के अनुसार, तुर्की कई टेक्टोनिक प्लेट्स (Tectonic Plates) के संगम पर बसा देश है,
जिस वजह से यहां बार-बार भूकंप आते रहते हैं।
हाल ही में फरवरी 2023 में आए विनाशकारी भूकंप में हजारों लोगों की मौत हुई थी।
इस बार का भूकंप उतना विनाशकारी नहीं था, लेकिन लोगों के दिलों में डर का साया फिर लौट आया है।





