Gujarat new ministers oath ceramony: गांधीनगर, 16 अक्टूबर 2025: गुजरात की राजनीति में बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की नई कैबिनेट के गठन से पहले सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। अब भाजपा की नई रणनीति के तहत ताजे चेहरों को मौका देने की तैयारी है। शुक्रवार सुबह 11:30 बजे महात्मा मंदिर में नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा।
गुजरात में होगा बड़ा कैबिनेट विस्तार
भूपेंद्र पटेल की नई कैबिनेट में कई नए चेहरे और एक डिप्टी सीएम की एंट्री तय मानी जा रही है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई विधायक दल की बैठक में मंत्रियों की लिस्ट को अंतिम रूप दिया गया है। मुख्यमंत्री आज देर रात राज्यपाल आचार्य देवव्रत को नई सूची सौंपेंगे।
अहमदाबाद से गांधीनगर तक बैठकों का दौर
गुजरात में लगातार क्लोज़-डोर मीटिंग्स चल रही हैं। सर्किट हाउस में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, संगठन महामंत्री सुनिल बंसल और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के बीच कई राउंड की बैठकें हुईं। सूत्रों के मुताबिक, जेपी नड्डा और अमित शाह भी शपथ ग्रहण से पहले गांधीनगर पहुंचने वाले हैं।
नई कैबिनेट में होंगे 27 मंत्री
इस बार गुजरात की कैबिनेट में 27 मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है। इनमें से 6 से 7 विधायकों को संसदीय सचिव बनाया जा सकता है। सूत्र बताते हैं कि सौराष्ट्र क्षेत्र का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जाएगा, जबकि दक्षिण गुजरात का प्रभाव थोड़ा घट सकता है। वहीं, पाटीदार और ठाकोर समुदाय के नेताओं को अहम जिम्मेदारियां मिलने की संभावना है।
इन दिग्गज नेताओं को मिल सकती है नई जिम्मेदारी
मंत्रिमंडल में बने रह सकते हैं – वित्त मंत्री कनुभाई देसाई, कृषि मंत्री राघवजी पटेल, जल आपूर्ति मंत्री कुनवरजी बावलिया, उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत, शिक्षा मंत्री कुबर डिंडोर और पर्यटन मंत्री मुलुभाई बेरा।
हरष संधवी को गृह विभाग का पूर्ण मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। वहीं, जयेश रडाडिया, शंकर चौधरी, अमित ठाकरे, रिवाबा जडेजा, अल्पेश ठाकोर, हार्दिक पटेल और सीजे चौहाण जैसे नेताओं को भी जगह मिल सकती है।
भाजपा का संतुलन साधने का प्रयास
भाजपा इस कैबिनेट विस्तार में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन बनाए रखने की रणनीति पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि इस बार पार्टी युवाओं और महिलाओं को अधिक अवसर देगी। साथ ही, विपक्ष से आए नेताओं को भी मंत्री पद देकर भाजपा का संगठनात्मक दायरा मजबूत करने की योजना है।
गुजरात की राजनीति में यह फेरबदल भाजपा के लिए नई ऊर्जा और संतुलन लाने वाला कदम माना जा रहा है। सभी की निगाहें अब शुक्रवार के शपथ ग्रहण समारोह पर टिकी हैं, जब सीएम भूपेंद्र पटेल अपनी नई टीम के साथ जनता के सामने उतरेंगे।





