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सांसद खेल महोत्सव बना खानापूर्ति का खेल — बच्चों को नहीं बस, नहीं नाश्ते की सुविधा!
घोड़ाडोंगरी।
ग्रामीण प्रतिभाओं को मंच देने के उद्देश्य से शुरू हुआ सांसद खेल महोत्सव अब खानापूर्ति का उदाहरण बनता दिख रहा है। ज़मीनी स्तर पर व्यवस्थाओं की भारी कमी के चलते बच्चों का उत्साह ठंडा पड़ गया है।
शासन के निर्देशों जनपद स्तर पर पर ग्राम पंचायतों को समूहों में बांटकर स्कूलों में खेल आयोजन किए जा रहे हैं, लेकिन बच्चों के लिए न तो परिवहन की व्यवस्था है और न नाश्ते की। दूर-दराज़ गांवों के बच्चे आयोजन तक पहुँच ही नहीं पा रहे हैं।
अभिभावक बोले — “कागज़ी खेल महोत्सव से क्या होगा?”
अभिभावकों ने सवाल उठाया कि बिना बुनियादी सुविधाओं के ये आयोजन सिर्फ दिखावे तक सीमित रह जाएंगे।
पाडर के पीएम श्री स्कूल में आज आयोजन होना है, जबकि 13 अक्टूबर को जुवाड़ी में कार्यक्रम तय है।
स्कूल प्राचार्य आर.एस. भास्कर का कहना है — कि जिला स्तर से ब्लॉक स्तर से आने जाने की कोई सुविधा नहीं है टीचर या ग्राम पंचायत बच्चों को लेकर आएंगे बच्चों के खाने पीने की व्यवस्था ग्राम पंचायत वाले करें रहे होंगे
वहीं जनपद सीईओ तीजा पवार ने बताया — “कलस्टर स्तर पर टेंट, पानी, बिस्किट और चुने की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।”
सांसद खेल महोत्सव के तहत अव्यवस्था से बच्चों की परेशानी साफ झलक रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो सांसद खेल महोत्सव “खेल” से ज़्यादा “मजाक” बनकर रह जाएगा।
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