खबरवाणी आमला
नगर पालिका आमला में 3माह से नहीं मिला वेतन अधिकारी के कुत्ते की सेवा में जुटे कर्मचारी
आमला नगरपालिका आमला में भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे मुख्य नगरपालिका अधिकारी पर अब एक नया “शाही अध्याय” जुड़ गया है। आरोप है कि अधिकारी का पालतू लेब्राडोर कुत्ता अब किसी वीआईपी से कम नहीं! इस कुत्ते की सेवा में नगरपालिका के कर्मचारी तीन शिफ्टों में तैनात हैं — कोई उसे टहलाता है, कोई नहलाता है, तो कोई टाइम से खाना परोसता है।
जनता का पैसा… और कुत्ते का ऐशोआराम!
जहाँ आम जनता पानी, सड़क और सफ़ाई जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रही है, वहीं अधिकारी का ‘शाही कुत्ता’ सरकारी कर्मचारियों के “सेवक दल” के साथ मौज उड़ा रहा है।
बताया जाता है कि कुत्ते के खाने-पीने से लेकर नहलाने तक में महंगे ब्रांडेड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है। कर्मचारी बाकायदा “रिपोर्टिंग” करते हैं कि कुत्ते ने आज खाना कब खाया और टहलने गया या नहीं!
नगरपालिका या महल?
नगर की जनता का कहना है
जनता के टैक्स से चलने वाली नगरपालिका आज जनता की नहीं, अधिकारी और उसके पालतू की सेवा में जुटी दिख रही है।
विधायक और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
लोगों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जाँच की माँग करते हुए कहा कि यह जनता के विश्वास और सरकारी सेवा की मर्यादा का मखौल है।
पहले रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार, अब “कुत्ताचार” — आमला नगरपालिका का यह नया तमाशा लोगों के सब्र का बाँध तोड़ रहा है।