खबरवाणी बैतूल
श्री विजयादशमी उत्सव
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 2025 में शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है इसके वर्ष भर कार्यक्रम आयोजित होंगे। आज
मूलताई ग्रामीण के ग्राम बाडेगांव में पथ संचलन निकल गया जिसमें प्रमोद जी भाई साहब का उद्बोधन प्राप्त हुआ कार्यक्रम की अध्यक्षता तान सिंह जी सोलंकी ने की,
दूसरा संचलन मासोद खंड में खेडीकोर्ट में निकला जिसमें देवराज जी भाई साहब का उद्बोधन और कार्यक्रम की अध्यक्षता हरि भाऊ मकोड़े ने की
पंच परिवर्तन सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण ,स्वदेशी ,नागरिक कर्तव्य, इन विषयों को जन-जन तक पहुंचाने एवं अपने जीवन में आत्मसात करने का लक्ष्य इस शताब्दी वर्ष का महाअभियान है*
डॉ. हेडगेवार जी ने संघ की स्थापना के समय कहा था, संघ कोई नया कार्य शुरू नहीं कर रहा है, बल्कि कई शताब्दियों से चले आ रहे काम को आगे बढ़ा रहा है।
2 अक्टूबर 2025 से सितंबर 2026 तक चलने वाले कार्यक्रम इस प्रकार हैं –
1. पथ संचलन (2 से 12 अक्टूबर )मण्डल एवं बस्ती स्तर पर शताब्दी वर्ष की शुरुआत विजयादशमी 2025 के अवसर पर होगी, जिसमें गणवेश (संघ गणवेश) में स्वयंसेवक पथ पथ संचलन में सम्मलित होंगे।
2. व्यापक गृह सम्पर्क अभियान (15 से 30 नवंबर 2025) नगर एवं खंड स्तर पर बड़े पैमाने पर घर-घर संपर्क अभियान की योजना बनाई गई है, जिसका विषय “हर गांव, हर बस्ती, घर-घर” होग
3. हिन्दू सम्मेलन:-(20 दिसम्बर 25 से 20 जनवरी 2026) तक सभी मंडलों और बस्तियों में
4. प्रमुख जन गोष्ठी :-
5. सामाजिक सद्भाव बैठकें:- (1से 15 अप्रेल 2026) आयोजित की जाएंगी।
6. अधिकतम स्थानों पर शाखा:-
7. शालेय कार्य :-(15 अप्रेल से 15 मई 2026)
संघ की 100 वर्ष कि यात्रा हिन्दू समाज का पुनर्जागरण ही संघ का उद्देश्य रहा है। संघ का लक्ष्य हिन्दू समाज को संगठित करना है। अस्पृश्यता जैसे कई अंतर्निहित दोषों के कारण यह एक कठिन कार्य था। संघ अपनी शाखाओं और राष्ट्रव्यापी गतिविधियों के माध्यम से इसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगातार काम कर रहा है, जो एक सामंजस्यपूर्ण समाज और राष्ट्र के लिए सभी को एक साथ लाता है।