Health Tips: आजकल मौसम में बदलाव और दूषित खानपान के कारण पीलिया (Jaundice) की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह बीमारी शरीर को कमजोर बना देती है और अगर समय पर इलाज न हो, तो गंभीर परिणाम हो सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, पीलिया में लिवर की सफाई और शरीर से टॉक्सिन्स निकालना बेहद जरूरी होता है।
आयुर्वेद विशेषज्ञ मनीष आचार्य का देसी उपाय
आयुर्वेद विशेषज्ञ मनीष आचार्य का कहना है कि अगर किसी को पीलिया हो गया है, तो गन्ने का रस (Sugarcane Juice) पीना बेहद फायदेमंद साबित होता है। उनका सुझाव है कि चार चम्मच गन्ने का रस लें और उसमें एक-एक चम्मच धनिया, पुदीना और अदरक का रस मिलाएं। इस मिश्रण को रोजाना एक चम्मच की मात्रा में पिएं और इसे पीने के बाद कुछ देर मुंह में रखकर चबाएं।
आयुर्वेदिक काढ़ा भी करें सेवन
गन्ने का रस पीने के एक घंटे बाद आयुर्वेदिक काढ़ा (Ayurvedic Decoction) लेना चाहिए। इसके लिए 15-20 नीम की पत्तियाँ, 3-4 नीम की छाल के टुकड़े, गिलोय, 5-10 तुलसी की पत्तियाँ, 3-4 मुलैठी के टुकड़े, थोड़ी सूखी अदरक और लंबी पिपली मिलाकर पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो इसे छानकर गुनगुना पी लें। यह काढ़ा शरीर को अंदर से शुद्ध करता है और लिवर को मजबूत बनाता है।
शरीर की सफाई और लिवर डिटॉक्स में मददगार
मनीष आचार्य के अनुसार, यह देसी नुस्खा लिवर की कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद करता है। गन्ने का रस शरीर से विषैले तत्वों को निकालकर लिवर को डिटॉक्स करता है। साथ ही धनिया, पुदीना और अदरक पाचन सुधारते हैं और सूजन कम करते हैं। इस नुस्खे से पीलिया में कमजोरी और थकान दोनों दूर होती हैं।
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पीलिया में आयुर्वेद का असर
आयुर्वेदिक उपचार न केवल पीलिया के लक्षणों को कम करता है बल्कि इम्यूनिटी भी बढ़ाता है। नीम, तुलसी, गिलोय और मुलैठी जैसी जड़ी-बूटियाँ संक्रमण से बचाव करती हैं और शरीर की सफाई करती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इस उपाय को लगातार कुछ दिनों तक अपनाने से पीलिया में तेज़ सुधार देखने को मिलता है।