नई दिल्ली: वनडे क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक लगाना किसी बल्लेबाज के करियर का सबसे बड़ा मुकाम माना जाता है। अब तक इस फॉर्मेट में कुल 12 बार बल्लेबाजों ने डबल सेंचुरी बनाई है, और इसमें से सात बार भारतीय खिलाड़ियों ने ऐसा किया है। यह टीम इंडिया की बल्लेबाजी ताकत का बड़ा सबूत है। हालांकि, ग्लेन मैक्सवेल दोहरे शतक का भी अनूठा रिकॉर्ड अपने नाम रखते हैं। आज ही के दिन 2012 में मैक्सवेल ने अपना पहला वनडे खेला था और 13 साल बाद वह दोहरे शतक के मामले में एक बेहतरीन रिकॉर्ड के मालिक हैं।
सचिन ने लगाया था पहला दोहरा शतक
इस ऐतिहासिक सिलसिले की शुरुआत 2010 में सचिन तेंदुलकर ने की थी, जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 200 रन बनाकर वनडे में पहला दोहरा शतक जड़ा। इसके बाद भारतीय बल्लेबाजों का दबदबा लगातार बढ़ता गया। वीरेंद्र सहवाग ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 219 रनों की तूफानी पारी खेली, जबकि रोहित शर्मा ने तो इतिहास ही बदल दिया। रोहित के नाम तीन-तीन दोहरे शतक हैं, जिनमें 2014 में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई 264 रनों की पारी अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है।
हिटमैन के नाम तीन दोहरे शतक
इसके अलावा हिटमैन ने 2013 में ऑस्ट्रलिया के खिलाफ 209 रन और 2017 में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 208 रन बनाए थे। भारतीय बैटिंग के नए सितारे भी इस लिस्ट में शामिल हुए। ईशान किशन ने 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ 210 रन ठोके, जबकि शुभमन गिल ने 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 208 रनों की धमाकेदार पारी खेलकर डबल सेंचुरी क्लब में एंट्री की।
गेल और गुप्टिल भी लिस्ट में शामिल
अगर विदेशी खिलाड़ियों की बात करें तो वेस्टइंडीज के क्रिस गेल (215 रन vs जिम्बाब्वे) और न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल (237* vs वेस्टइंडीज) ने भी इस क्लब में जगह बनाई। पाकिस्तान के फखर जमां ने 2018 में 210* रन बनाए और हाल ही में श्रीलंका के पाथुम निसंका ने 2024 में अफगानिस्तान के खिलाफ 210* रन बनाकर इस खास रिकॉर्ड के क्लब में शामिल हुए।
मैक्सवेल का अनूठा रिकॉर्ड
हालांकि, इन सबके बीच ग्लेन मैक्सवेल का नाम सबसे अलग और खास है। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ने 2012 में अपना वनडे डेब्यू किया था और 11 साल बाद, 2023 में उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ 201* रनों की नाबाद पारी खेलकर ऐसा कमाल कर दिया जो किसी ने नहीं किया था। मैक्सवेल वनडे इतिहास के अब तक के इकलौते बल्लेबाज हैं, जिन्होंने सफल चेज में दोहरा शतक जमाया। यह पारी उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी और मानसिक मजबूती दोनों की मिसाल बन गई। 2025 में भी मैक्सवेल का यह रिकॉर्ड कायम है।
भारतीय बल्लेबाजी है खास
आज जब भी वनडे के सबसे यादगार व्यक्तिगत प्रदर्शनों की चर्चा होती है, भारतीय बल्लेबाजों के सात दोहरे शतक और ग्लेन मैक्सवेल का यह अनोखा कारनामा हमेशा सुर्खियों में रहता है। यह साबित करता है कि क्रिकेट सिर्फ रन बनाने का खेल नहीं, बल्कि दबाव की घड़ी में टीम को जीत दिलाने का जज्बा भी है।