वाराणसी : पूर्वांचल के मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर और बलिया में गंगा उफान पर है। भदोही को छोड़कर पांचों जिलों में गंगा खतरा बिंदु के ऊपर बह रही है। छह जिलों के 500 से अधिक गांव बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं।
वाराणसी में मंगल उर्फ छोटू राजभर (19), बलिया में लाल बहादुर धोबी (46) और गाजीपुर में राजू (31) की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई। वहीं, सोनभद्र में रिहंद के पांच और ओबरा बांध के चार फाटक खोलकर पानी निकाला जा रहा है।
मिर्जापुर में 254 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। भदोही में गंगा का जलस्तर 80.900 मीटर तक पहुंच गया है।
चंदौली, सोनभद्र गाजीपुर मिर्जापुर में भी स्कूल बंद
स्थानीय जिला प्रशासन ने सोनभद्र और चंदौली में आठवीं तक के स्कूलों में मंगलवार को अवकाश घोषित कर दिया है। गाजीपुर में मंगलवार व बुधवार को 8वीं तक के स्कूल बंद रहेंगे। वाराणसी में मंगलवार और बुधवार को 12वीं तक, मिर्जापुर में कक्षा 12 तक के सभी विद्यालयों को सात अगस्त तक बंद रखने का आदेश दिया गया है।
दिन भर आधा सेंटीमीटर बढ़ी, शाम को दोगुनी हुई गंगा की रफ्तार
गंगा के जलस्तर में फिलहाल ठहराव या कमी आने के आसार नहीं हैं। केंद्रीय जल आयोग ने भी अगले 24 घंटे तक गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी के ही संकेत दिए हैं। उधर, गंगा बैराज से डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो चार दिन में बनारस पहुंच जाएगा।
गंगा का जलस्तर रात आठ बजे 72.11 मीटर पहुंच चुका था। सोमवार को दिन भर गंगा के जलस्तर में आधा सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही थी और शाम छह बजे तक जारी रही। इसके बाद शाम को सात बजे से गंगा के जलस्तर में एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी शुरू हो गई।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा के जलस्तर में 28 जुलाई से बढ़ोतरी शुरू हुई और यह खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं। आठ दिनों में गंगा के जलस्तर में 4.84 मीटर की बढ़ोतरी हुई है। गंगा बैराज कानपुर से सोमवार को पानी छोड़ा गया है और विशेषज्ञों का कहना है कि इसका असर चार दिन में नजर आएगा।
गंगा बैराज से पानी आने के बाद जलस्तर में बढ़ोतरी होने की आशंका जताई जा रही है। बलिया में गंगा खतरे के निशान 57.61 मीटर से ऊपर 59.61 मीटर पर, मिर्जापुर में गंगा खतरे के निशान 77.72 से ऊपर 78.37 मीटर पर और गाजीपुर में गंगा खतरे के निशान 63.10 मीटर से ऊपर 64.35 मीटर पर बह रही हैं।