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“कहानी ही हमारी सबसे बड़ी ताकत” — स्वतंत्रता दिवस पर ‘तेहरान’ की खासियत बतातीं कावेरी दास

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मुंबई : जॉन अब्राहम की फिल्म ‘तेहरान’ स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ओटीटी पर रिलीज होगी। ये सिर्फ एक थ्रिलर नहीं, बल्कि इस फिल्म में देशभक्ति और जासूसी के साथ कुछ मुश्किल सवाल भी जुड़े हैं। फिल्म में जॉन अब्राहम मुख्य के साथ मानुषी छिल्लर, मधुरिमा तुली और अभिजीत लाहिरी जैसे कलाकार भी नजर आएंगे।

अमर उजाला से बातचीत में ओटीटी प्लेटफाॅर्म की हिंदी कंटेंट हेड कावेरी दास ने कहा कि आज की ऑडियंस अब सच्ची और सोचने पर मजबूर करने वाली कहानियां देखना चाहती है। बातचीत में उन्होंने यह भी बताया कि हिंदी दर्शकों की पसंद कैसे बदल रही है, प्लेटफॉर्म की प्लानिंग क्या है और अच्छी कहानी क्यों सबसे जरूरी होती है।

'हम ऐसी कहानियां दिखाना चाहते हैं जो सिर्फ टाइमपास न हों..'

कावेरी कहती हैं, 'हम ऐसी कहानियां दिखाना चाहते हैं जो सिर्फ टाइमपास न हों, बल्कि सोचने का मौका दें और हमारे समय की सच्चाई को छुएं। 'तेहरान' एक हाई-स्टेक्स जियो-पॉलिटिकल थ्रिलर है, जो छाया में रहकर काम करने वाले उन लोगों की कहानी है जो देश के लिए खुद को कुर्बान करते हैं।'

कावेरी मानती हैं कि इस फिल्म में एक ऐसा किरदार है जो एक कठिन सवाल उठाता है। क्या वह देश की सेवा कर रहा है या उसे धोखा दे रहा है? उन्होंने कहा, 'हमने जब 'तेहरान' को चुना, तो उसमें सिर्फ एक कहानी नहीं देखी, बल्कि एक ऐसा विचार पाया जो आज के वक्त से बहुत जुड़ा हुआ है।'

'कहानी सबसे पहले आती है'

यह पूछा जाने पर कि वह हिंदी स्ट्रैटेजी बनाते वक्त सबसे पहले किस चीज पर ध्यान देती हैं? कावेरी ने साफ कहा, 'हमारे लिए सब कुछ कहानी से शुरू होता है। अगर कंटेंट कमजोर है तो सब्सक्राइबर या रिटेंशन कुछ मायने नहीं रखते। एक सच्ची, अच्छे इरादों से कही गई कहानी अपने आप लोगों से जुड़ जाती है।'

'अब ऑडियंस बदल चुकी है'

कावेरी का मानना है कि अब ऑडियंस की प्राथमिकताएं बदल चुकी हैं। 'अब लोग सिर्फ चेहरों से नहीं, कहानियों की सच्चाई से जुड़ते हैं। स्टार पावर एक हद तक ध्यान खींच सकती है, लेकिन अगर कहानी में गहराई नहीं है तो ऑडियंस रुकती नहीं है।'

वह आगे बताती हैं, 'आज की ऑडियंस बहुत संवेदनशील और समझदार है। वह सामाजिक मुद्दों से लेकर थ्रिलर तक, हर तरह की कहानियां देखती है। उसे सिर्फ ग्लैमर या मसाला नहीं चाहिए, उसे ऐसी कहानियां चाहिए जिनमें भाव हो, सोच हो और कुछ असली हो।'

'जो सच्चा होता है, वही जुड़ता है' 

जब हमने पूछा कि उनके प्रोजेक्ट्स में ऐसा क्या होता है जो लोगों को जोड़ता है, तो कावेरी ने कहा, 'हम हर शो में एक असली भावना खोजते हैं। कभी-कभी हमें चमक-धमक कम मिलती है, लेकिन जो इमोशनल गहराई होती है, वही सबसे ज्यादा असर छोड़ती है।'

उनके मुताबिक, 'जब कोई शो देखकर लोग बात करते हैं, या उससे भावनात्मक रूप से जुड़ते हैं, तो वह एक्टिंग या स्टार कास्ट की वजह से नहीं होता, बल्कि उस सच्चाई की वजह से होता है जो कहानी में महसूस होती है।'

एक्शन करते दिखे जॉन

फिल्म 'तेहरान' का ट्रेलर 1 अगस्त को रिलीज किया गया है। फिल्म को सच्ची घटना पर आधारित बताया जा रहा है। ट्रेलर की शुरुआत में आवाज आती है, 'ये इंटरनेशनल मैटर है, तीन देशों में ब्लास्ट हुआ है। ये आतंकवादियों का काम है और हमें इन्हें बेनकाब करना होगा। कहां है राजीव कुमार'? इसके बाद जॉन अब्राहम की झलक दिखाई देती है। पुलिस ऑफिसर वाले तेवर के साथ वे एक्शन अवतार में नजर आए हैं।

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