Search ई-पेपर ई-पेपर WhatsApp

28 अप्रैल को वृंदावन में जुटेगा जनसैलाब

By
On:

मानव श्रृंखला सुबह साढ़े आठ बजे से इस्कॉन मंदिर से प्रेम मंदिर तक बनाई जाएगी। इस दौरान आतंकी हमलों और हिंसा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और केंद्र सरकार से देश विरोधी ताकतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी।

‘हिंदुओं को निशाना बनाना साजिश का हिस्सा’
वृंदावन के होटल श्रीकृष्णा इंटरनेशनल में आयोजित पत्रकार वार्ता में न्यास के अध्यक्ष और श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद के वादी महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने कहा कि कश्मीर के पर्यटक स्थल पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने पर्यटकों के नाम और धर्म पूछकर उनकी हत्या की, जो हिंदुओं को निशाना बनाने की साजिश का हिस्सा है।

उन्होंने पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की चुन-चुनकर की गई हत्याओं की भी निंदा की। महेंद्र प्रताप सिंह ने ममता बनर्जी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि बंगाल में पलायन करने वालों में केवल हिंदू ही क्यों हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि ममता सरकार सच्चाई को छिपाने के लिए पलायन को रोजगार की तलाश से जोड़ती है, जबकि हकीकत में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है।

हिंदुओं में एकजुटता का देंगे संदेश
महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि ऐसी मानसिकता वाली देश विरोधी ताकतों का अंत आवश्यक है। उन्होंने हिंदुओं से एकजुट होने और सनातन धर्म की मजबूती के लिए 28 अप्रैल को मानव श्रृंखला में शामिल होने की अपील की। इस आयोजन में प्रमुख साधु-संत, सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि, युवा, छात्र और नागरिक हिस्सा लेंगे। इसका उद्देश्य श्रीकृष्ण जन्मभूमि को अतिक्रमण मुक्त कराना और हिंदुओं में एकजुटता का संदेश देना है।

‘देश विरोधी ताकतें भड़का रही हिंसा’
न्यास अध्यक्ष ने वक्फ संशोधन कानून का समर्थन करते हुए कहा कि यह कानून देश हित में है। उन्होंने बताया कि न्यास ने इस कानून के समर्थन में सुप्रीम कोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दायर की है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश विरोधी ताकतें वक्फ संशोधन कानून की आड़ में मुस्लिम समाज को गुमराह कर हिंसा भड़का रही हैं। ऐसी ताकतों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई।

महेंद्र प्रताप सिंह ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने और मंदिर निर्माण के लिए न्यास के आंदोलन में अधिक से अधिक हिंदुओं से भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल श्रीकृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति के लिए है, बल्कि हिंदू समाज की एकता और सनातन धर्म की रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।

For Feedback - feedback@example.com
Home Icon Home E-Paper Icon E-Paper Facebook Icon Facebook Google News Icon Google News