336 पदाधिकारियों की जंबो समिति में बैतूल से 4
Political Review:बैतूल। प्रदेश के दो प्रमुख राजनैतिक दलों में भाजपा और कांग्रेस की गिनती होती है लेकिन दोनों ही दलों की कार्यप्रणाली, संगठनात्मक क्षमता और चुनाव लडऩे की तैयारी में जमीन-आसमान का फर्क है। हाल ही में कांग्रेस हाईकमान ने लंबे इंतजार के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की सूची घोषित की है। 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के तत्कालिन अध्यक्ष कमलनाथ को बिना विश्वास में लिए उनके स्थान पर जीतू पटवारी को कांग्रेस का नया प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था। जिसके बाद कमलनाथ की नाराजगी भी सामने आई थी। इसलिए नए प्रदेशाध्यक्ष को अपनी नई कार्यकारिणी घोषित करवाने के लिए एक वर्ष से अधिक का समय लग गया। और अब 336 नेताओं की जंबो कार्यकारिणी घोषित हुई है। राजनैतिक समीक्षकों का मानना है कि इस समिति में छूट गए नेता अपने प्रदेश के आकाओं के सहयोग से इस समिति को और बड़ी करने का प्रयास करेंगे।
अभी 336 पदाधिकारियों की सूची घोषित
कांगे्रस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के हस्ताक्षर से प्रदेश कांगे्रस के 177 पदाधिकारियों की पहली लिस्ट जारी हुई और दूसरे दिन ही 158 पदाधिकारियों की दूसरी लिस्ट जारी हो गई। पहली लिस्ट में अध्यक्ष के अलावा 17 उपाध्यक्ष, 71 महासचिव, विशेष आमंत्रित सदस्य 40, स्थायी आमंत्रित सदस्य 33 एवं एक्जीक्टिव कमेटी मेम्बर 16 के नामों की घोषणा हुई थी। दूसरी लिस्ट में प्रदेश सचिव 84, संयुक्त सचिव 36, पॉलीटिकल अफेयर कमेटी में 25, अनुशासन समिति में 5 एवं 1 कोषाध्यक्ष का नाम सामने आया। गौरतलब है कि 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश कांगे्रस में अध्यक्ष कमलनाथ ने हर जिले से अनेक छोटे-बड़े नेताओं को प्रदेश महामंत्री, प्रदेश महासचिव और प्रदेश सचिव बनाया दिया था। उस समय राजनैतिक समीक्षकों का यह मानना था कि चुनाव के पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी में लगभग 1 हजार पदाधिकारी हो गए थे।
भाजपा सूची में रहते हैं सीमित नाम
अनुशासित पार्टी के रूप में मानी जाने वाली भाजपा में प्रदेश पदाधिकारियों की सूची सीमित रहती है। वर्तमान में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद वीडी शर्मा हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा हाईकमान प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की घोषणा की थी जो 37 सदस्यीय है। इसमें 1 महासचिव (संगठन), 12 उपाध्यक्ष, 12 प्रदेश मंत्री, 1 कोषाध्यक्ष, 1 सहकोषाध्यक्ष, 1 कार्यालय मंत्री, 1 मीडिया प्रभारी, 7 मोर्चा अध्यक्ष शामिल हैं। इसके अलावा प्रदेश से जुड़े केंद्रीय मंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री, सांसद, राज्यसभा सदस्य एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं को प्रदेश कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में बुलाया जाता है।
336 सदस्यीय समिति में बैतूल से 4
प्रदेश कांग्रेस की हाल ही में घोषित 336 प्रदेश समिति में बैतूल से े1 उपाध्यक्ष, 2 महासचिव एवं 1 सचिव बनाया गया है। उपाध्यक्ष के रूप में पूर्व विधायक सुखदेव पांसे, महासचिव पूर्व विधायक निलय डागा एवं लोकसभा के दो बार कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव हारे रामू टेकाम बने हैं। वहीं प्रदेश सचिव के रूप में बैतूल के समीर खान को दोबारा सचिव बनाया गया है।
पदों की गरिमा कम कर रहा है संगठन
प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी में बैतूल जिले से चार पदाधिकारी बनाकर संगठन ने पदों की गरिमा कम की है। ऐसा राजनैतिक समीक्षकों का मानना है। उनका कहना है कि एक ही जिले से दो महासचिव बनाकर इस जिम्मेदारी के पद की गरिमा कम की गई है। जबकि एक महासचिव बनाए गए रामू टेकाम पूर्व से प्रदेश कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष हैं। चर्चा तो यह भी है कि पूर्व विधायक निलय डागा के साथ रामू टेकाम को जान बुझकर महासचिव बनाया गया है। क्योंकि निलय डागा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खेमे के नहीं माने जाते हैं। इसका जुड़ाव विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार से ज्यादा बताया जाता है। राजनैतिक समीक्षकों का यह भी कहना है कि पूर्व में भी बैतूल जिले में दो जिला कांग्रेस अध्यक्ष बनाकर इस पद का महत्व कम किया गया था। यह बात अलग है कि एक जिलाध्यक्ष भाजपा में शामिल हो गए थे।