Ayodhya: अयोध्या में इस वर्ष बालक राम, यानी प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार दिवाली का पर्व अत्यंत धूमधाम से मनाया जा रहा है। 500 साल बाद इस ऐतिहासिक अवसर पर अयोध्या में तीन दिनों से उल्लास का माहौल है। श्रद्धालु विशेष रूप से यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि प्रभु रामलला अपनी पहली दिवाली पर क्या पहनेंगे।
धनतेरस की पोशाक का विवरण
प्रभु रामलला की धनतेरस की पोशाक प्रसिद्ध डिजाइनर मनीष त्रिपाठी द्वारा तैयार की गई है, जिन्हें रामलला की पोशाक डिजाइन करने की जिम्मेदारी दी गई है। मनीष ने बताया कि यह पोशाक गुजराती बंधेज पैटर्न पर आधारित है, जिसका कपड़ा गेहुंआ लाल रंग का है। इसमें चांदी के तारों की बारीक कढ़ाई की गई है, जिसमें 8 रोल चांदी के तार का उपयोग किया गया है। इसे बनाने में 15 श्रम साधकों ने 30 दिन का समय लगाया।
दिवाली की पोशाक का विवरण
दिवाली पर प्रभु रामलला पीतांबर वस्त्र पहनेंगे, जो दक्षिण भारत की रेशम से बना है। इसमें सोने और चांदी के तारों से वैष्णव चिह्न कढ़ाई से बनाए गए हैं। मनीष ने कहा कि भगवान की सेवा और पहनावा राजा के समान होना चाहिए, इसलिए पोशाक को इस उच्च स्तर पर तैयार किया गया है।
प्रत्येक दिन रामलला की नई पोशाक
22 जनवरी से, मनीष और उनकी टीम हर विशेष अवसर के लिए भारतीय पारंपरिक वस्त्रों का चयन करती है। इसके लिए देशभर से कपड़े जुटाए जाते हैं, और हर दिन नई पोशाक दिल्ली से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भेजी जाती है। मर्यादा के अनुसार, रामलला की पोशाक की फोटो नहीं खींची जाती।
दीपोत्सव की तैयारियां
30 अक्टूबर को अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन होगा, जिसमें 28 लाख दीयों को जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए 90 हजार लीटर सरसों का तेल मंगवाया गया है। राम मंदिर को 5 टन सुगंधित फूलों से सजाया जाएगा, और मंदिर परिसर में 2 लाख दीये जगमगाएंगे। इस आयोजन का लाइव प्रसारण दुनियाभर में किया जाएगा।
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