महज 45 दिनों में 3 हजार की लागत में 50 हजार का मुनाफा देगी यह फसल, कम मेहनत में ज्यादा पैसा, हरी मिर्ची की खेती करना एक लाभदायक काम हो सकता है। यह एक ऐसी फसल है जिसे लगभग पूरे वर्ष उगाया जा सकता है और इसकी मांग भी काफी अधिक रहती है।
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हरी मिर्ची की खेती के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें:
1. मिट्टी की तैयारी:
- जमीन का चुनाव: हरी मिर्ची के लिए हल्की, दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है।
- खाद: खेत को अच्छी तरह से जोतकर उसमें गोबर की खाद या कंपोस्ट खाद मिला दें।
- सिंचाई: रोपाई से पहले खेत को अच्छी तरह से सिंचित कर लें।
महज 45 दिनों में 3 हजार की लागत में 50 हजार का मुनाफा देगी यह फसल, कम मेहनत में ज्यादा पैसा
2. बीज का चयन:
- अच्छी किस्में: स्थानीय जलवायु और मिट्टी के अनुसार अच्छी किस्म के बीज का चयन करें।
- बीज उपचार: बीज को फफूंदनाशक से उपचारित करें।
3. रोपाई:
- समय: मौसम के अनुसार रोपाई का समय निर्धारित करें।
- दूरी: पौधों के बीच 30-45 सेमी और पंक्तियों के बीच 45-60 सेमी की दूरी रखें।
4. सिंचाई:
- नियमितता: मिट्टी की नमी बनाए रखने के लिए नियमित रूप से सिंचाई करें।
- पानी का प्रबंधन: अधिक पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं।
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5. खाद:
- नाइट्रोजन: पौधों को नाइट्रोजन की आवश्यकता होती है, इसलिए समय-समय पर नाइट्रोजन युक्त उर्वरक डालें।
- अन्य पोषक तत्व: पौधों को अन्य आवश्यक पोषक तत्व भी दें।
6. खरपतवार नियंत्रण:
- नियमित निराई: खरपतवारों को समय-समय पर निकालते रहें।
- खरपतवारनाशी: आवश्यकतानुसार खरपतवारनाशी का उपयोग करें।
7. कीट और रोग नियंत्रण:
- कीटनाशक: कीटों के प्रकोप को रोकने के लिए कीटनाशक का उपयोग करें।
- कवकनाशी: फफूंद रोगों से बचाने के लिए कवकनाशी का उपयोग करें।
8. कटाई:
- समय: जब मिर्च लाल या हरी हो जाए, तब उसे तोड़ लें।
- सावधानी: कटाई करते समय पौधों को नुकसान न पहुंचाएं।
हरी मिर्ची की खेती में कुछ अतिरिक्त सुझाव:
- पॉलीहाउस: सर्दियों के मौसम में पॉलीहाउस का उपयोग करके मिर्ची की खेती की जा सकती है।
- ऑर्गेनिक खेती: जैविक खाद और कीटनाशकों का उपयोग करके ऑर्गेनिक मिर्च की खेती की जा सकती है।
- बाजार: मिर्च की अच्छी किस्मों का चयन करके बाजार में अच्छी कीमत प्राप्त की जा सकती है।
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