अमेरिकी राजनीति में हलचल मचाते हुए रिपब्लिकन पार्टी की कांग्र्रेसवुमन मार्जोरी टेलर ग्रीन ने अपने पद से इस्तीफ़ा देने की घोषणा कर दी है। वह कभी डोनाल्ड ट्रंप की सबसे करीबी सहयोगियों में गिनी जाती थीं, लेकिन पिछले कुछ महीनों से H-1B वीज़ा सहित कई मुद्दों पर दोनों के बीच मतभेद गहराते गए। ग्रीन ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर एक दस्तावेज़ और लगभग 10 मिनट का वीडियो जारी कर इस्तीफ़ा सार्वजनिक किया।
5 जनवरी 2026 से होगा इस्तीफ़ा प्रभावी
ग्रीन ने वीडियो में बताया कि उनका इस्तीफ़ा 5 जनवरी 2026 से लागू होगा। उनका कहना है कि वॉशिंगटन डी.सी. की राजनीति ने उन्हें कभी स्वीकार नहीं किया, और वह वहां की नीतियों में खुद को फिट नहीं कर पाईं। उन्होंने कहा कि वह अपनी शर्तों पर राजनीति छोड़ रही हैं। फिलहाल वॉशिंगटन की ओर से इस घोषणा पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
ट्रंप के सबसे करीबी साथ से आलोचक बनने तक का सफर
मार्जोरी ग्रीन शुरुआत में डोनाल्ड ट्रंप की कट्टर समर्थक थीं। वह अक्सर मंचों पर ट्रंप की नीतियों की खुलकर तारीफ करती थीं। लेकिन H-1B वीज़ा नीति पर दोनों के बीच बड़ा टकराव शुरू हुआ। ग्रीन कई बार कह चुकी थीं कि अगर मौका मिला तो वह H-1B प्रोग्राम को खत्म करवा देंगी। इसके बाद दोनों के बीच दूरियां बढ़ती चली गईं।
हालिया महीनों में संबंध और बिगड़े
पिछले कुछ महीनों में ट्रंप और ग्रीन की तीखी बयानबाज़ी लगातार चर्चा में रही। दोनों ने जेफ़्री एप्स्टीन फाइल्स, विदेश नीति, और हेल्थकेयर जैसे मुद्दों पर खुलकर एक-दूसरे की आलोचना की। विवाद इतना बढ़ गया कि ट्रंप ने ग्रीन को “गद्दार” और “पागल” तक कह दिया। यही नहीं, उन्होंने घोषणा की कि अगले चुनाव में वह ग्रीन के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारेंगे।
विवादों से घिरी रही हैं मार्जोरी टेलर ग्रीन
ग्रीन 2021 में जॉर्जिया से चुनी गई थीं और हाउस ऑफ रिप्रेज़ेंटेटिव्स की सदस्य 2026 तक रहेंगी। वह अक्सर विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहती हैं।
- वह QAnon थ्योरी को समर्थन देती हैं।
- उन पर व्हाइट सुप्रीमेसी को बढ़ावा देने के आरोप लगे।
- 2019 में उन्होंने मुस्लिम सांसदों इल्हान उमर और राशिदा तलैब पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि “कुरान पर शपथ लेने से वे असली सदस्य नहीं हैं।”
हालांकि इन बयानों की आलोचना होने के बावजूद ट्रंप ने उस समय उनकी रक्षा की थी।
इस्तीफ़े की वजह—केवल राजनीति या कुछ और?
ग्रीन ने अपने वीडियो में संकेत दिया कि वह वॉशिंगटन की राजनीतिक संस्कृति से परेशान थीं। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप के साथ बढ़ते टकराव, H-1B पर मतभेद, और पार्टी के भीतर अलग-थलग पड़ना भी बड़े कारण हो सकते हैं।
इस इस्तीफ़े ने रिपब्लिकन पार्टी के भीतर चल रही खींचतान और ट्रंप कैंप की अंदरूनी राजनीति को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है।





